Bangladesh: चिन्मय दास के बाद एक और हिंदू नेता की गिरफ्तारी, ISKCON ने दी जानकारी
कोलकाता स्थित इस्कॉन के उपाध्यक्ष और प्रवक्ता राधारमण दास ने भी पुजारी की गिरफ्तारी के बारे में एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, "एक और ब्रह्मचारी श्याम दास प्रभु को आज चटगांव पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.''
Bangladesh: बांग्लादेश में इस्कॉन पुजारी चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के कुछ दिनों बाद, बांग्लादेश के चटगांव में एक और हिंदू पुजारी को शनिवार (30 नवंबर, 2024) को गिरफ्तार किया गया. सूत्रों की मानें तो गिरफ्तार पुजारी की पहचान श्याम दास प्रभु के रूप में हुई है, जो कथित तौर पर जेल में चिन्मय कृष्ण दास दास से मिलने गए थे.
सूत्रों की मानें तो श्याम दास प्रभु को बिना किसी आधिकारिक वारंट के गिरफ्तार किया गया है. कोलकाता स्थित इस्कॉन के उपाध्यक्ष और प्रवक्ता राधारमण दास ने भी पुजारी की गिरफ्तारी के बारे में एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कहा, "एक और ब्रह्मचारी श्याम दास प्रभु को आज चटगांव पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया."
बांग्लादेश में हिंदू समुदायों ने किया प्रदर्शन
बांग्लादेश के इंटरनेशनल सोसाइटी ऑफ कृष्णा कॉन्शियसनेस (इस्कॉन) के पूर्व सदस्य हिंदू पुजारी चिन्मय कृष्ण दास को सोमवार (25 नवंबर, 2024) को देशद्रोह के मामले में गिरफ्तार किया गया और अगले दिन (26 नवंबर, 2024) को उन्हें जमानत देने से इनकार कर दिया गया. उनकी गिरफ्तारी के बाद राजधानी ढाका और चटगांव सहित बांग्लादेश के विभिन्न स्थानों पर हिंदू समुदाय के सदस्यों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया.
वकील की मौत के बाद 46 अल्पसंख्यक गिरफ्तार
इस्कॉन पुजारी चिन्मय कृष्ण दास को जमानत देने से इनकार किए जाने के बाद चटगांव की एक अदालत के बाहर पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़प में मंगलवार को एक वकील की मौत हो गई. पुलिस ने आज (30 नवंबर, 2024) को बताया कि सहायक सरकारी वकील सैफुल इस्लाम की हत्या के सिलसिले में कम से कम नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं इस मामले में 46 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किए जाने के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया, जिनमें से ज्यादातर अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के सफाई कर्मचारी थे.
तीन मंदिरों को बनाया गया निशाना
इस बीच शुक्रवार (29 नवंबर, 2024) को चटगांव में तीन हिंदू मंदिर भी तोड़े गए. बीडीन्यूज 24 की रिपोर्ट के मुताबिक मंदिरों पर हमला हमला दोपहर करीब 2:30 बजे बंदरगाह शहर के हरीश चंद्र मुनसेफ लेन में हुआ, जहां शांतनेश्वरी मातृ मंदिर, पास के शनि मंदिर और शांतनेश्वरी कालीबाड़ी मंदिर को निशाना बनाया गया. मंदिर अधिकारियों के हवाले से बताया गया, "नारेबाजी कर रहे कई सौ लोगों के एक समूह ने मंदिरों पर ईंट-पत्थर फेंके, जिससे शनि मंदिर और अन्य दो मंदिरों के द्वार क्षतिग्रस्त हो गए." कोतवाली पुलिस स्टेशन प्रमुख अब्दुल करीम ने हमले की पुष्टि करते हुए कहा कि हमलावरों ने मंदिरों को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया
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