क्या मृत शरीर सदियों तक सुरक्षित रह सकता है? खास कर उस हालत में जब उस पर केमिकल का इस्तेमाल नहीं किया गया हो. दुनिया के लिए 18 हजार साल पुराना 'पिल्ला' रहस्य का विषय बना हुआ है. ये पिल्ला सबसे सर्द जगह साइबेरिया में पाया गया है. शोधकर्ता अब जानने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिर ये भेड़िया है या कुत्ता ?


बीबीसी की खबर के मुताबिक,"उसकी मौत करीब दो महने की उम्र में हो गई थी. और ये रूस के बर्फीले मैदानों में हजारों साल तक सुरक्षित रहा. यहां तक कि उसके बालों से भरी त्वचा, मूंछ, नाक और दांत तक सुरक्षित मिले." रहस्य से पर्दा उठाने के लिए वैज्ञानिकों ने उसके डीएनए सैंपल की अन्य जानवरों से तुलना की. इसके बावजूद वैज्ञानिक उसकी नस्ल का पता लगाने में नाकाम रहे हैं.


कुत्ते पर कार्बन डेटिंग तकनीक का इस्तेमाल


हालांकि उन्होंने संभावना जताई है कि ये जानवर भेड़ियों और कुत्तों के बीच विकसित नस्ल का हो सकता है. साथ ही वैज्ञानिकों ने उस पर कार्बन डेटिंग तकनीक का प्रयोग कर और ज्यादा जानकारी हासिल करने की कोशिश की. उन्होंने पता लगाना चाहा कि मौत के वक्त उसकी उम्र क्या थी और बर्फ में दबे रहने की कितनी मुद्दत है.


उसके जीन के अध्ययन से मालूम हुआ है कि पिल्ला एक नर था. पिल्ले को 'डोगोर' का नाम दिया गया है. जिसका रूसी भाषा में मतलब दोस्त होता है. वैज्ञानिक उसकी डीएनए की सिक्वेसिंग जारी रखेंगे. इससे उन्हें उम्मीद है कि कुत्तों के विकास के बारे में बहुत कुछ पता चल सके. आधुनिक कुत्तों के बारे में कहा जाता है कि ये भेड़िये की नस्ल से संबंध रखता है.