Sierra Leone Declares Emergency: सिएरा लियोन में मंकीपॉक्स (एमपॉक्स) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. चार दिनों के भीतर दो नए मामले सामने आने के बाद, सोमवार को सरकार ने आपातकाल की स्थिति घोषित की. यह निर्णय वायरस के नए स्ट्रेन के तेजी से फैलने और गंभीर स्वास्थ्य प्रभावों को देखते हुए लिया गया.


स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, दोनों संक्रमित व्यक्तियों का हाल ही में किसी संक्रमित जानवर या बीमार व्यक्ति से संपर्क नहीं हुआ था. पहला मामला 26 दिसंबर से 6 जनवरी के बीच उत्तरी पोर्ट लोको जिले के लुंगी हवाई अड्डे के पास दर्ज किया गया था. दोनों मरीज राजधानी फ्रीटाउन के अस्पताल में इलाज करवा रहे हैं.


2014 का इबोला प्रकोप
सिएरा लियोन पहले भी बड़े स्वास्थ्य संकट का सामना कर चुका है, 2014 में इबोला वायरस के प्रकोप के दौरान लगभग 4,000 लोगों की मौत हुई थी. इस प्रकोप के कारण देश ने अपने स्वास्थ्य सेवा कर्मचारियों का 7 प्रतिशत खो दिया था.


अफ्रीका में वायरस का प्रभाव
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने अगस्त 2024 में एमपॉक्स को ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया था. एमपॉक्स एक गंभीर बीमारी है. इसे पहली बार 1958 में बंदरों में देखी गई थी. एमपॉक्स बीमारी ज्यादातर मध्य और पश्चिम अफ्रीका में देखा जाता है . 2022 में ये वायरस यौन संपर्क के माध्यम से फैलता हुआ पाया गया. जिसके बाद 70 से अधिक देशों में ये फैल गया. 2024 में अफ्रीका में लगभग 43,000 संदिग्ध मामले सामने आएं. 1,000 से अधिक लोगों की मौत हुई. 


बता दें कि यह स्ट्रेन 2022 में बढ़े हुए एमपॉक्स से अलग है, यह अन्य स्ट्रेन की तुलना में अधिक तेजी से फैलता है. यह बीमारी के अधिक गंभीर रूप का कारण बनता है. यह 2022 में फैले स्ट्रेन से अलग है, जो मुख्य रूप से पुरुषों को प्रभावित करता था. 2022-2023 में कमजोर समूहों को टीकाकरण के माध्यम से वायरस को नियंत्रण में लाया गया था.


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