Singapore News: सिंगापुर में प्रधानमंत्री ली सीन लूंग के छोटे भाई ली सीन यांग के खिलाफ मानहानि मामले में वहां के भारतीय मूल के दो मंत्री अदालत में पेश हुए. गुरुवार (दो मई, 2024) को वहां के विधि और गृह मंत्री के शणमुघम के साथ विदेश मंत्री विवियान बालकृष्णन कोर्ट पहुंचे. 'चैनल न्यूज एशिया' की रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों मंत्री अदालत में मौजूद रहे. वहां वकील देविंदर सिंह ने उनकी ओर से पैरवी की, जबकि सिंगापुर के पीएम के भाई अदालत में नहीं थे और न ही किसी ने उनकी पैरवी की.


समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा की खबर में इस बारे में बताया गया कि देविंदर सिंह ने कोर्ट को बताया कि उनकी टीम ने सुनवाई की तारीख, समय और जगह बताने के लिए कई बार ली सीन यांग से संपर्क किया था और उनके किसी भी वकील ने अभी तक उनसे मिले निर्देशों की जानकारी नहीं दी है. प्रधानमंत्री के छोटे भाई की ओर से दोनों सीनियर कैबिनेट मंत्रियों को बदनाम करने के लिए जमा किया जाने वाला जुर्माना तय करने के लिए अदालत में सुनवाई के दौरान दोनों वादियों ने अदालत पर रकम तय करने का फैसला छोड़ा है. 


ली सीन यांग पर क्यों दर्ज कराया गया मानहानि का केस?


पीएम के छोटे भाई ने दोनों मंत्रियों के दो अलग-अलग सरकारी बंगलों (रिडआउट रोड पर) को किराए पर दिए जाने को लेकर बयान दिया था. यह वजह रही कि के शणमुघम और विवियान बालकृष्णन ने पिछले साल की गई टिप्पणी को लेकर ली सीन यांग पर मानहानि का मुकदमा दर्ज करा दिया था. 


PM और भाई में तनाव! दो साल पहले छोड़ दिया था देश 


सिंगापुर के पीएम और उनके भाई के बीच पारिवारिक संपत्ति से जुड़े मामले को लेकर रिश्तों में फिलहाल तनाव बताया जाता है, जबकि ली सीन यांग इससे पहले दूसरे मामले में 2022 में पत्नी ली सुएत फर्न के साथ देश छोड़कर चले गए थे. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर एक पोस्ट के जरिए बताया था कि दोनों मंत्रियों ने सरकारी बंगलों को किराए पर दे दिया है.


यह भी पढ़ेंः सिंगापुर के पीएम से विदेश मंत्री की मुलाकात पर बोला विदेश मंत्रालय, जयशंकर की यात्रा ने रिश्तों को गहरा बनाया