Singapore Introduces Special Work Visa: सिंगापुर वैश्विक प्रतिभा (Global Talent) को देश में लाने के लिए अपनी वीजा पॉलिसी को नरम कर रहा है. देश के जनशक्ति मंत्री (Manpower Minister) टैन सी लेंग ने खास वर्क वीजा (Special Work Visa) जारी करने का एलान किया है. उनका कहना है कि विश्व का ये टैलेंट सिंगापुर को स्थिरता, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence) या फिनटेक (Fintech) जैसे क्षेत्रों को विकसित करने में मदद करेगी. हालांकि उनका कहना है कि इस आक्रामक तरह के गेम को खेलने के लिए उन्हें दुनिया के अन्य देशों की चुनौतियों को सामना करने के लिए भी तैयार रहना होगा. 


विश्व में होगी प्रतिस्पर्धा


सिंगापुर उम्मीद कर रहा है कि दुनिया के रेनमेकर्स (Rainmakers) को आकर्षित करने के लिए उनके देश की ये खास कार्य वीजा नीति दुनिया में प्रतिस्पर्धा पैदा करेगी. रेनमेकर्स ऐसे लोग या शख्स हैं जो किसी व्यवसाय या संगठन के लिए सौदों की दलाली करके या ग्राहकों या धन को आकर्षित करके आय लाते हैं. देश के जनशक्ति मंत्री लेंग ने सोमवार को कहा कि प्रवासी श्रमिकों को लेकर देश में लोकल स्तर पर चिताएं हैं, लेकिन वह अपनी प्रतिभा की जरूरत के हिसाब से इन दोनों की बीच संतुलन लाना चाहते हैं.


संसद में  जनशक्ति मंत्री टैन सी लेंग ने कहा कि वैश्विक प्रतिभा सिंगापुर को स्थिरता, कृत्रिम बुद्धिमत्ता या फिनटेक जैसे क्षेत्रों को विकसित करने में मदद करेगी. उन्होंने कहा कि देश को इस आक्रामक रणनीति के लिए अन्य देशों से मिलने वाली चुनौतियों का भी सामना करना पड़ेगा. टैन ने कहा, "जब हम टॉप टैलेंट के बारे में बात कर रहे हैं, तो हमें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वे कितने वैश्विक हैं, और उनके लिए प्रतिस्पर्धा कितनी कड़ी है." 


क्या है खास वर्क वीजा


सिंगापुर के क्षेत्रीय वित्तीय केंद्र ने दो सप्ताह पहले नए वीजा को लेकर नए नियमों का एलान किया है. इसके तहत ही खास वर्क वीजा जारी करने को मंजूरी दी गई है. इसके तहत सिंगापुर में दूसरे देशों से काम के लिए आने वाले लोगों के लिए पांच साल के वीजा की पेशकश की गई है. यही नहीं इससे साथ स्वतः ही इनके जीवन साथी को भी सिंगापुर में काम करने की मंजूरी मिल जाएगी.


यह वीजा पॉलिसी का मकसद है कि इस देश में इस वीजा पर काम के लिए आने वाले लोग महीने में कम से कम 21,452 डॉलर हर महीने कमा सकें. इस वन पास वीजा में वर्क परमिट के लिए आवेदकों की संख्या भी तय नहीं की गई है. इसका मतलब है कि विश्व देशों के टैलेंट लोग कितनी भी संख्या में यहां काम करने के लिए आवेदन कर सकते हैं. दरअसल कोरोना के वक्त में सिंगापुर में विदेशियों के आने पर पाबंदी थी. अब धीरे-धीरे आर्थिक गतिविधियां बढ़ने लगी हैं और सिंगापुर इसका इस्तेमाल देश में बेस्ट टैलेंट को आकर्षित करने के लिए कर रहा है. 


क्या हैं सिंगापुर की चिताएं


ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और जर्मनी ने इसी तरह के कार्यक्रम शुरू किए हैं. उधर दूसरी तरफ सिंगापुर के नजदीकी देश मलेशिया और थाईलैंड भी विशेषज्ञ विशेषज्ञता वाले विदेशियों के लिए लंबे वक्त के वीजा की पेशकश कर रहे हैं जो कि एक तय आय सीमा से अधिक कमाते हैं ऐसे में सिंगापुर को उनसे कड़ी टक्कर मिलेगी. सिंगापुर ने अपने लोकल कर्मचारियों के बीच देश में काम करने वाले विदेशियों की संख्या के बारे में असंतोष देखा है. यहां के लोकल लोगों को ये डर है कि प्रवासी यहां बहुत अधिक पैसा देने वाली नौकरियों पर कब्जा जमा रहे हैं. हालांकि सिंगापुर की सरकार ने इन चिंताओं को दूर करने की बात कही है.


यहां कि सरकार ने जोर देकर ये कहा है कि सिंगापुर की ओर आकर्षित विदेशी प्रतिभाओं के आने से सिंगापुरवासियों (Singaporeans) के लिए नौकरियों में कई अवसर लाने में मदद मिलेगी.टैन ने कहा कि सिंगापुर अपनी प्रतिभा विकसित करेगा और अपने कार्यबल के कौशल का बढ़ायेगा, जबकि सिंगापुर के लोगों को वैश्विक और क्षेत्रीय एक्सपोजर देगा ताकि वे वैश्विक फर्मों में नेतृत्व की स्थिति ले सकें.मई में सिंगापुर के केंद्रीय बैंक के प्रमुख ने कहा कि देश का वित्तीय क्षेत्र स्थानीय कर्मचारियों की तुलना में अधिक रोजगार पैदा कर रहा है. उन्होंने चेतावनी दी है कि केवल सिंगापुरी दृष्टिकोण अपनाया गया तो ये देश के वैश्विक वित्तीय केंद्र (Global Financial Centre) बनने की राह में खतरनाक कदम साबित होगा. 


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