SIPRI Report 2023 in Hindi: दुनिया के कुछ देशों में सैन्य-खर्च तेजी से बढ़ रहा है. अमेरिका (US), चीन (China), रूस (Russia) और सउदी अरब जैसे देशों की सरकारें डिफेंस और हथियारों पर अरबों डॉलर खर्च कर रही हैं. स्वीडन के स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) की सालाना रिपोर्ट में जो खुलासा किया गया है, उसे जानकार आप चौंक जाएंगे.


स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) की एनुअल रिपोर्ट में बताया गया है कि दुनिया ने सालभर में डिफेंस और हथियारों पर 2.24 ट्रिलियन यानी 183 लाख करोड़ रुपए खर्च किए हैं. ये दुनिया में अब तक का मिलिट्री पर किया गया सबसे ज्यादा खर्च है. जिसमें केवल यूरोप महाद्वीप में ही जंग के चलते डिफेंस के खर्च में एक साल में 13% की बढ़ोतरी हुई है.




अकेले चीन की बात करें तो वो हर साल 200 अरब डॉलर से ज्यादा अपनी सेना पर खर्च करता है. 2023 के बजट में चीन का रक्षा खर्च बढ़कर 1.55 ट्रिलियन युआन (लगभग 225 बिलियन डॉलर) हो गया. यह 2022 के बजट से 7.2 प्रतिशत अधिक है, और यह सैन्य खर्च में लगातार आठवें वर्ष वृद्धि हुई है.


सैन्य खर्च के मामले में दूसरे नंबर पर है चीन
SIPRI की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन ने ताइवान और साउथ चाइना सी पर अमेरिका से बढ़े विवादों के बीच अपने डिफेंस बजट में तेजी से बढ़ोतरी की. अमेरिका के बाद चीन मिलिट्री पर सबसे ज्यादा पैसा खर्च करने वाला दूसरा देश देश बन गया है. दुनिया में सबसे ज्यादा अमेरिका का सैन्य खर्च है, जो इस वर्ष के लिए 842 अरब डॉलर निर्धारित किया गया.


भारत से 4 गुना ज्यादा चीन का बजट
भारत से उसकी तुलना करें तो उसका बजट भारत से लगभग 4 गुना ज्यादा हो गया है. भारत ने अपने डिफेंस पर पिछल साल यानी कि 2022 में 6 लाख करोड़ रुपये खर्च किए थे, जबकि चीन ने 23 लाख करोड़ का खर्चा किया.


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