Pakistan News: जर्मनी ने हाल ही में इस्लामिक चरमपंथी विचारधारा को बढ़ावा देने वाली संस्था 'इस्लामिक सेंटर हैम्बर्ग' पर बैन लगा दिया है. जर्मनी ने इस संस्था के 53 ठिकानों पर छापेमारी करने के बाद 4 मस्जिदों में ताला लगा दिया. इन मस्जिदों में जर्मनी की हैम्बर्ग की सबसे प्रसिद्ध नीली मस्जिद भी शामिल है. जर्मनी में इस्लामिक विचारधारा पर हुई तरह की कार्रवाई का मुद्दा अब पाकिस्तान में भी उठने लगा है. पाकिस्तान के मौलानाओं ने इसपर अपनी प्रतिक्रिया दी है.
पाकिस्तान के प्रसिद्ध यूट्यूबर सोहैब चौधरी ने जब पाकिस्तान के मुसलमानों से सवाल किया कि आखिर जर्मनी ने 4 मस्जिदों पर ताला लगा दिया है. इसपर पाकिस्तान के मौलाना क्या कहना चाहेंगे? इसका जवाब देते हुए पाकिस्तान के एक मौलाना ने कहा कि वास्तव में जो मीडिया में दिखता है, वह उतना सच नहीं होता. खबर के पीछे कोई और भी बात छिपी रहती है. इस पर सोहैब ने कहा कि जर्मनी ने कहा है कि जिन मस्जिदों को उन्होंने सील किया है, वहां से देश विरोधी काम हो रहे थे.
मौलाना ने गैर मुसलमानों पर साजिश का लगाया आरोप
इसपर मौलाना ने कहा कि एक दिन ऐसा जरूर आएगा, जब पूरी दुनिया में इस्लामिक शासन होगा. जिन लोगों को इस बात का डर है कि कहीं उनके बच्चे इस्लाम से प्रभावित होकर मुसलमान न बन जाएं, इसी डर से लोग इस्लाम के खिलाफ साजिश रचते रहते हैं. इसपर सोहैब ने पास में मौजूद लोगों से सवाल किया कि क्या पाकिस्तान या दुनिया के मुसलमान ऐसा कुछ कर रहे हैं, जिसको देखकर दूसरे धर्म के लोग इस्लाम कबूल कर लेंगे ? ज्यादातर लोगों ने इसका जवाब न में ही दिया.
सबसे बड़े गुनाहगार देश के हुक्मरान-मौलाना
पाकिस्तान के आम लोगों की बातों को सुनने के बाद मौलाना ने कहा कि आवाम गलत नहीं है, देश के हुक्मरान गलत हैं. कई उदाहरण देते हुए मौलाना ने बताया कि सरकार लोगों को चोरी, बेइमानी करने के लिए मजबूर कर रही है. मौलाना ने कहा कि सबसे बड़े मुजरिम देश के हुक्मरान हैं. ये अगर ठीक हो जाएं तो आवाम ठीक हो जाएगी. मौलाना ने कहा कि सरकार को सिर्फ बिजली की बिल चाहिए और टैक्स चाहिए, उनको इससे नहीं मतलब की लोगों के पास खाने के लिए है या नही.
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