सूर्य का 25वां साइकिल शुरू हो रहा है. एक मीडिया कार्यक्रम के दौरान, नासा और नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (एनओएए) के वैज्ञानिकों ने नए सौर चक्र के बारे में विस्तार से बताया. साथ ही अंतरिक्ष के मौसम में आने वाले प्रभाव, पृथ्वी पर हमारे जीवन और प्रौद्योगिकी पर ये कैसे असर डालेंगे इसके बारे में भी जानकारी दी. हाल ही में सूरज की सतह पर एक तेज कोरोनियल लहर यानी सौर लपट दिखाई दी थी
वैज्ञानिकों ने अंदेशा जताया है कि सूर्य पर अब तेज सौर तूफान आ सकते हैं. उनके मुताबिक उसकी गतिविधियां तेज हो जाएंगी. वैज्ञानिकों के अनुसार पिछले कुछ वक्त में सूर्य रोशनी फीकी पड़ गई थी. साथ ही उसकी सतह पर किसी प्रकार की हलचल नहीं देखने को मिली थी. नासा के एक वैज्ञानिक ने कहा सूर्य ने अपना नया साइकिल शुरू कर दिया है. इससे अब वह आग की लपटें, तेज रोशनी, तेज ऊर्जा, सौर तत्व आदि अंतरिक्ष में प्रसारित करेगा. साथ ही उन्होंने बताया कि यह एक सामान्य प्रक्रिया है जब भी सूर्य की रफ्तार मीडियम हो जाती है तो वह कुछ वक्त बाद उसमें तेज सक्रियता आ जाती है.
नासा से पहले जर्मनी के मैक्स प्लैंक इंस्टीट्यटू ने दावा किया था कि वक्त गुजरने के साथ ही तारों और ग्रहों से निकलने वाली रोशनी कमजोर होती जाती है. पिछले 9000 साल से ये लगातार कमजोर होता जा रहा है. मतलब इसकी चमक कमजोर हो रही है. अभी तक सामने आए अध्ययन के मुताबिक सूर्य की रोशनी में पांच गुना तक की कमी आई है. वैज्ञानिकों ने बताया है कि हमारी आकाशगंगा में मौजूद सूर्य जैसे अन्य तारों की तुलना में अपने सूर्य की धमक और चमक फीकी पड़ रही है. हालांकि वैज्ञानिक इस बात के पीछे की खोज में जुटे हैं कि ये किसी तूफान से पहले की शांति तो नहीं है.
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