दक्षिण चीन सागर में फिलीपींस और चीन फिर भिड़ गए हैं. फिलीपींस का आरोप है कि चीनी कोस्टगार्ड के जहाज ने 22 अक्टूबर को फिलीपींस की दो सप्लाई बोट को टक्कर मारी. फिलीपींस के रक्षा सचिव गिलबर्तो टीयोडोरी का कहना है कि चीनी कोस्टगार्ड और मैरिटाइम मिलिशिया जहाज ने अंतरराष्ट्रीय कानून तोड़ते हुए जानबूझकर सप्लाई बोट और कोस्टगार्ड शिप को टक्कर मारी.
इस घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें फिलीपींस कोस्टगार्ड जहाज और चीनी समुद्री मिलिशिया जहाज की टक्कर देखी जा सकती है. जिस जगह यह घटना हुई उसे सेकंड थॉमस शोल के नाम से जाना जाता है. फिलीपींस इसे अयुंगीन शोल और चीनी इस जगह को रेन आई रीफ कहते हैं. यह स्थान दोनों देशों के बीच दशकों से तनाव का हिस्सा रहा है. चीन लगभग पूरे दक्षिण चीन सागर पर अपना दावा करता है, जिसमें स्प्रेटली भी शामिल है. यहीं पर सेकंड थॉमस शॉल है, जिस पर फिलीपींस और चीन अपना-अपना अधिकार जताते हैं.
क्यों भिड़े चीन और फिलीपींस
साल 2022 में फर्डिनेंड मार्कोस जूनियर के फिलीपींस का राष्ट्रपति बनने के बाद स्थिति ज्यादा बिगड़ी है. उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति रोड्रिगो डुटर्टे की विदेश नीतियों को पूरी तरह से बदल दिया है, जिसमें चीन के साथ करीब रहने की नीति भी शामिल है. फिलीपींस के अधिकारियों का कहना है कि चीन के मुख्य प्रतिद्वंदी वॉशिंगटन के साथ सैन्य संबंधों को बढ़ाने की फिलीपींस की नीति के कारण चीन ने आक्रामकता का रवैया अपनाया है. आइए जानते हैं क्या है दोनों देशों के बीच दशकों पुराना विवाद-
फिलीपींस क्यों भेज रहा है सप्लाई?
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, सेकंड थॉमस शोल में फिलीपींस का एक जहाज है, जिस पर उसका एक छोटा सा दल मौजूद है. जहाज पर फिलीपींस राशन और जरूरी चीजों की सप्लाई करता है. हालिया घटना भी राशन की सप्लाई के दौरान हुई. सेकंड वर्ल्ड वॉर के समय से यहां फिलीपींस का सिएरा माद्रे जहाज स्थित है. साल 1999 में उथली जगह पर जानबूझकर इस जहाज को छोड़ा गया था.
यह जहाज जंग खा चुका है और इसमें बड़े छेद हो गए हैं. हालांकि, फिलीपींस ने इस पर 9 सैनिकों का एक छोटा सा दल तैनात किया है, जिसके लिए चीन सप्लाई भेजता है. जब दोनों देशों के रिश्तों में कड़वाहट आई तो चीन ने सप्लाई को रोक दिया. फिलीपींस का आरोप है कि हाल के दिनों में चीन ने दो बार फिलीपींस की सप्लाई बोट को टक्कर मारी है. 5 अगस्त को भी फिलीपींस ने आरोप लगाया था कि दक्षिण चीन सागर में चीन की तरफ से उसकी सप्लाई बोट पर वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया गया.
कैसे हुई टक्कर
फिलीपींस का कहना है कि रविवार को उसने सिएरा माद्रे पर मौजूद सैनिकों के लिए राशन भेजा था, जिसे चीन के कोस्टगार्ड जहाज ने टक्कर मारी. इस कारण सिर्फ एक ही सप्लाई बोट जहाज तक पहुंच सकी. फिलीपींस के कोस्टगार्ड के कोमडोर जे तारिएला ने बताया कि करीब 5 चीनी कोस्टगार्ड शिप, 8 जहाज और 2 नौसेना के जहाज फिलीपींस के जहाजों से भिड़े और सप्लाई बोट को रोक दिया.
चीन का क्या कहना है
चीन ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि फिलीपींस की सप्लाई बोट वहां मछली पकड़ रहे चीनी जहाजों से टकराए थी. टक्कर के बाद फिलीपींस की ओर से की जा रही कार्रवाई को रोकने के लिए भी चीन ने फिलीपींस सरकार से आह्वान किया है. चीन का यह भी कहना है कि सप्लाई बोट के जरिए कंस्ट्रक्शन मटीरियल ले जाया जा रहा है ताकि फिलीपींस अपनी पोस्ट को मजबूत कर सके. फिलीपींस और चीन के बीच स्कारबोरो और स्प्रेटली आइलैंड को लेकर विवाद है और दोनों इन पर अपना-अपना दावा करते हैं. विवाद सिर्फ इतना ही नहीं है बल्कि साउथ चाइना सी को लेकर और देशों के साथ भी चीन की तनातनी है, वो क्या है आइए जानते हैं.
और देशों के साथ भी है विवाद
साउथ चाइना सी का 35 लाख वर्ग किलोमीटर का समुद्री इलाका इंडोनेशिया, फिलीपींस, चीन, ताइवान, वियतनाम, मलेशिया और ब्रूनेई से घिरा है. चीन लगभग इस पूरे हिस्से पर अपना अधिकार बताता है तो वहीं इसके आस-पास मौजूद बाकी देश भी इस पर अपना कब्जा बताते हैं.
चीन और वियतनाम के बीच पैरासल आइलैंड, स्प्रेटली आइलैंड और दक्षिणी चीन सागर के कुछ हिस्सों को लेकर विवाद है. नातुन आइलैंड और साउथ चाइना सी के कुछ हिस्सों को लेकर इंडोनेशिया और चीन में विवाद है. मलेशिया के साथ भी सप्रेटली को लेकर लड़ाई है. वहीं, ब्रूनेई के साथ चीन की लड़ाई स्प्रेटली और दक्षिणी चीन सागर के कुछ हिस्सों को लेकर ही है.