South Korea Corona Cases: दक्षिण कोरिया में 56,954 नए कोविड केस, चीनी यात्रियों पर लगाए गए सख्त प्रतिबंध
South Korea Covid: कोरिया रोग नियंत्रण और रोकथाम एजेंसी ने बताया कि शुक्रवार को 258 विदेशी कोविड संक्रमितों में से 208 संक्रमित चीन से हैं. यह विदेशी रोगियों का 80.6 प्रतिशत है.
South Korea Covid: दक्षिण कोरिया में कोरोना के कहर बरपाने के बाद अब रोजाना आने वाले केस घटने लगे हैं. दक्षिण कोरिया में लगातार तीसरे दिन कोरोना के केस कम हुए हैं. तीसरे दिन यहां 60,000 से कम कोविड केस दर्ज किए गए. शुक्रवार को दक्षिण कोरिया में कुल 56,954 नए केस सामने आए. कोरियाई सरकार ने इस बीच यात्रियों पर सख्त प्रतिबंध लगाए हैं.
कोरिया रोग नियंत्रण और रोकथाम एजेंसी ने शुक्रवार को पुष्टि करते हुए कहा, देश में 258 विदेशी संक्रमितों सहित 56,954 नए कोरोनो वायरस मरीज मिले हैं. इसी के साथ अब देश में कोविड पॉजिटिव की संख्या बढ़कर 29,420,226 हो गई है.
तीन दिनों से लगातार गिरावट
दक्षिण कोरिया में इस सप्ताह की शुरुआत में रोजाना 80,000 से ज्यादा केस सामने आ रहे थे, लेकिन पिछले तीन दिनों से इसमें लगातार गिरावट आ रही है. एक हफ्ते पहले की तुलना में शुक्रवार के कोरोना के आंकड़े में करीब 12 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है. वहीं, देश में 75 लोगों की कोरोना से मौतें हुई हैं, जिससे अब मरने वालों की संख्या 32,496 हो गई है. दक्षिण कोरिया में मृत्यु दर 0.11 प्रतिशत है.
चीन को लेकर सख्ती
देश में गंभीर रूप से बीमार रोगियों की संख्या पिछले दिन के 571 से घटकर 548 हो गई. इसके साथ ही दक्षिण कोरिया ने चीन और अन्य पड़ोसी देशों में कोविड संक्रमण में हालिया उछाल को देखते हुए विदेशी लोगों की एंट्री पर क्वारंटीन नियमों को सख्त कर दिया है.
दक्षिण कोरिया ने चीन से आने वाले यात्रियों के लिए कोरोना की नेगेटिव टेस्ट रिपोर्ट जरूरी कर दी है. दक्षिण कोरिया में भी संक्रमण के तेजी से फैलने को देखते हुए यह फैसला लिया गया है. इसके अलावा हांगकांग और मकाउ से आने वाले यात्रियों को भी शनिवार से कोरोना की नेगेटिव टेस्ट रिपोर्ट दिखाना अनिवार्य होगा. कोरिया रोग नियंत्रण और रोकथाम एजेंसी ने बताया कि शुक्रवार को 258 विदेशी कोविड संक्रमितों में से 208 संक्रमित चीन से हैं. यह विदेशी रोगियों का 80.6 प्रतिशत है.
यह भी पढ़ें- Coronavirus in US: अमेरिका में XBB.1.5 वेरिएंट का कहर, अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी