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किम जोंग उन से तोहफे में मिले कुत्तों को लौटाने की तैयारी कर रहे दक्षिण कोरिया के पूर्व राष्ट्रपति
South Korea: दक्षिण कोरिया की एजेंसियों ने वित्तीय सहायता सहित इस कदम को सुविधाजनक बनाने के लिए एक विधायी संशोधन की मांग की थी.
![किम जोंग उन से तोहफे में मिले कुत्तों को लौटाने की तैयारी कर रहे दक्षिण कोरिया के पूर्व राष्ट्रपति South korea Former President of South Korea preparing to return the dogs gifted to Kim Jong Un किम जोंग उन से तोहफे में मिले कुत्तों को लौटाने की तैयारी कर रहे दक्षिण कोरिया के पूर्व राष्ट्रपति](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/11/07/67878316105730c27ad29d339f08d1371667820830094538_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
South Korea President: दक्षिण कोरिया के पूर्व राष्ट्रपति मून जे-इन, उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन से नाराज बताए जा रहे हैं. दरअसल, दक्षिण कोरिया के पूर्व राष्ट्रपति मून जे-इन ने सोमवार को कहा कि वह किम जोंग उन द्वारा 2018 शिखर सम्मेलन में गिफ्ट के रूप में दिए गए कुत्तों की एक जोड़ी को छोड़ने की योजना बना रहे हैं. पूर्व राष्ट्रपति मून जे-इन ने उत्तर कोरिया की हालिया आक्रामक हरकतों के चलते ऐसा करने का फैसला किया है.
कुत्तों को घर ले आए थे मून
मून 2018 के शिखर सम्मेलन के बाद स्वदेश आने के बाद से "गोमी" और "सोंगगैंग" नाम के दो सफेद पुंगसन कुत्तों को पाल लिया था. वह मई में अपना कार्यकाल खत्म होने के बाद कुत्तों को अपने घर ले आए थे. कुत्तों को कानूनी रूप से राष्ट्रपति के अभिलेखागार से संबंधित राज्य संपत्ति के रूप में वर्गीकृत किया गया है, लेकिन मून के कार्यालय ने कहा कि उन्हें अभिलेखागार और आंतरिक मंत्रालय के परामर्श के तहत उनकी देख-रेख के रूप में सौंपा गया था, जो एक अभूतपूर्व निर्णय था.
राष्ट्रपति कार्यालय ने विरोध किया
दक्षिण कोरिया की एजेंसियों ने वित्तीय सहायता सहित इस कदम को सुविधाजनक बनाने के लिए एक विधायी संशोधन की मांग की थी. लेकिन मून के कार्यालय ने कहा कि मौजूदा राष्ट्रपति यूं सुक-योल के ऑफिस के परोक्ष विरोध के कारण यह प्रयास विफल हो गया. मून जे-इन के कार्यालय ने उनके फेसबुक पेज से कहा है कि, "राष्ट्रपति कार्यालय का रवैया पुंगसन कुत्तों की देखरेख के प्रति नकारात्मक प्रतीत होता है."
राष्ट्रपति यूं सुक-योल के कार्यालय ने इस कदम का विरोध करने से इनकार करते हुए कहा कि एजेंसियां अब भी चर्चा कर रही हैं और एजेंसियों ने इसमें कोई भूमिका नहीं निभाई है. चोसुन इल्बो दैनिक ने अज्ञात सरकार और संसदीय अधिकारियों का हवाला देते हुए सोमवार को इसकी रिपोर्ट छापी थी. इसमें कहा गया था कि इस बात पर बहस चल रही थी कि पूर्व राष्ट्रपति मून को मासिक सब्सिडी के साथ लगभग 2.5 मिलियन वोन यानी 1,800 डॉलर दिए जाएं.
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