Jeju Plane Crash: ब्लैक बॉक्स से खुलेगा दक्षिण कोरिया विमान हादसे का राज! अमेरिका करेगा बड़ी मदद
Jeju Plane Crash: विमान ने रविवार (29 दिसंबर, 2024) को 181 लोगों के लेकर उड़ान भरी थी. तभी इसने खतरे का संकेत (मइडे कॉल) दिया और एक बैरियर से टकराकर जमीन पर गिर गया और इसमें आग लग गई.
South Korea Jeju Plane Crash : दक्षिण कोरिया के जेजू विमान दुर्घटना की जांच कर रहे जांचकर्ताओं ने बुधवार (1 जनवरी, 2025) को कहा कि वे दुर्घटनाग्रस्त प्लेन से मिले एक ब्लैक बॉक्स को बेहतर जांच के लिए अमेरिका भेजेंगे. इस विमान दुर्घटना में 179 लोगों की मौत हुई. ये दुर्घटना दक्षिण कोरिया की धरती पर हुई सबसे भीषण विमान दुर्घटना है.
उल्लेखनीय है कि विमान ने रविवार (29 दिसंबर, 2024) को 181 लोगों के लेकर उड़ान भरी थी. तभी इसने खतरे का संकेत (मइडे कॉल) दिया और एक बैरियर से टकराकर जमीन पर गिर गया और इसमें आग लग गई. इससे विमान में सवार सभी लोग मारे गए. लेकिन विमान के जलते मलबे से 2 फ्लाइट अटेंडेंट्स को जिंदा निकाला गया.
साउथ कोरिया, यूएस के साथ बोइंग के प्रतिनिधि भी जांच में शामिल
विमान दुर्घटना के बाद दक्षिण-पश्चिमी मुआन में दक्षिण कोरिया और अमेरिका के जांचकर्ताओं के साथ बोइंग के प्रतिनिधि भी घटनास्थल पर जांच कर रहे थे. दक्षिण कोरिया के नागरिक उड्डयन मंत्रालय के उपमंत्री जू जोंग-वान ने कहा, “दुर्घटनाग्रस्त विमान के मिले डेटा रिकॉर्डर से देश में घरेलू स्तर पर डेटा की रिकवरी नहीं की जा सकती है. इसलिए आज यह सहमति बनी की कि इसे अमेरिका भेजा जाएगा, जहां, यूएस नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड के साथ मिलकर इसकी विशेष जांच की जाएगी.”
जू ने पहले कहा था कि विमान के दोनों ब्लैक बॉक्स को निकाल लिया गया था और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर से शुरुआती एक्सट्रैक्शन का काम पहले ही पूरा हो चुका है.
पायलट के आखिरी संवाद को सुनने के लिए बनाई जा रही योजना
जू ने कहा, “इस प्रारंभिक डेटा के आधार पर हम इसे ऑडियो के रूप में बदलने की योजना बना रहे हैं. जिससे जांचकर्ता पायलट के आखिरी संवाद को सुन सकें. जू ने बताया कि विमान का दूसरा ब्लैक बाक्स और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर एक मिसिंग कनेक्टर के साथ पाया गया. जिसमें से डेटा निकालने के लिए एक्सपर्ट्स उसकी समीक्षा कर रहे हैं.
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