South Korean President Impeachment: दक्षिण कोरिया की संसद ने शनिवार (14 दिसंबर 2024) को राष्ट्रपति यून सुक-योल के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पास कर दिया. इस प्रस्ताव के लिए हुए मतदान में कुल 300 सांसदों ने हिस्सा लिया. इसमें 204 सांसदों ने महाभियोग के पक्ष में और 85 ने इसके खिलाफ वोट दिया.
महाभियोग पास होने के बाद राष्ट्रपति यून सुक-योल को उनके पद से निलंबित कर दिया गया. उनकी जगह कार्यवाहक राष्ट्रपति के तौर पर हान डक-सू ने जिम्मेदारी संभाल ली है. अपने पहले भाषण में हान ने कहा कि उनका ध्यान देश में सामान्य स्थिति बहाल करने पर है.
यून सुक-योल पर गिरफ्तारी का खतरा
महाभियोग के बाद राष्ट्रपति यून सुक-योल की पुरानी नीतियों और फैसलों की जांच तेज हो गई है. दक्षिण कोरिया में इस बात की चर्चा है कि उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है. कोरिया टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, निलंबन के बाद यून पर देशद्रोह और विश्वासघात के आरोपों की जांच हो रही है.
जांचकर्ता इस बात पर फोकस कर रहे हैं कि उनके फैसलों की वजह से देश में जो राजनीतिक संकट पैदा हुआ, उसका जिम्मेदार किसे ठहराया जाए. यून की ओर से अचानक मार्शल लॉ घोषित करने के फैसले ने स्थिति को और गंभीर बना दिया.
मार्शल लॉ पर विवाद और देशद्रोह के आरोप
नेशनल असेंबली के महाभियोग प्रस्ताव में राष्ट्रपति यून पर देशद्रोह का आरोप लगाया गया है. यह आरोप उनकी ओर से इस महीने की शुरुआत में बिना संवैधानिक आधार के मार्शल लॉ लागू करने पर केंद्रित है. सांसदों ने इसे गैरकानूनी और अव्यवस्थित कदम बताया है.
कानूनी विशेषज्ञ देशद्रोह को तीन भागों में बांटते हैं. पहला, जो इसकी योजना बनाते और निर्देश देते हैं. दूसरा, जो इसे अंजाम देते हैं. और तीसरा, जो इसमें बिना किसी भूमिका के शामिल होते हैं. यून पर आरोप है कि वह इस विवादास्पद फैसले के मुख्य साजिशकर्ता थे.
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