South Sudan: दक्षिण सूडान के राष्ट्रपति गा रहे थे राष्ट्रगान! इतने में गीली हो गई पैंट, वीडियो हो गया वायरल फिर...
South Sudan: राष्ट्रपति सल्वा कीयर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है, जिसमें उनकी पैंट गीली दिखाई दी गई है.
President Salva Kiir : दक्षिण सूडान के राष्ट्रपति सल्वा कीर मयार्डिट का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसको लेकर द. सूडान में पत्रकारों और सरकार के बीच जमकर बवाल हो रहा है. यही नहीं राष्ट्रपति के वीडियो को लेकर दक्षिण सूडान में छह पत्रकारों को हिरासत में लिया गया है. पत्रकारों की सुरक्षा के लिए समिति (CPJ) प्रेस स्वतंत्रता वॉचडॉग के अनुसार, इस अनधिकृत वीडियो फुटेज को जारी करने के संदेह में पत्रकारों को हिरासत में लिया गया है.
दरअसल, राष्ट्रपति सल्वा कीर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है, जिसमें उनकी पैंट गीली दिखाई दे रही है. यह वीडियो एक पब्लिक प्रोग्राम के दौरान की है. द गार्जियन के मुताबिक, वीडियो में दक्षिण सूडान के राष्ट्रपति सल्वा कीर को देश के राष्ट्रगान के लिए खड़ा देखा जा सकता है, इसी दौरान उनकी पैंट का एक भाग गिला दिखता है. संभवत: उन्होंने पेशाब कर दिया था.
क्या पैंट में कर दिया पेशाब?
इस कार्यक्रम में मीडिया के कैमरे मौजूद थे, जो पूरे कार्यक्रम को कवर कर रहे थे. इसी दौरान मीडिया ने राष्ट्रपति की पैंट पर कैमरे केंद्रित करके इस वाकये को कैद कर लिया. वीडियो से सभी को संदेह हो गया कि राष्ट्रपति ने पैंट में ही पेशाब कर दिया है. वीडियो वायरल होने के बाद सूडान के लोगों ने सल्वा कीर की देश पर शासन करने की क्षमता पर सवाल उठा दिए. दरअसल राष्ट्रपति सल्वा कीर मयार्डिट के दक्षिण सूडान के राष्ट्रपति बनने के बाद से देश में कोई चुनाव नहीं हुए हैं.
Sad situation after South Sudanese President Salva Kiir Mayardit wets his pants at a public function.
— SomaliaNOW🇸🇴 (@Riovice) December 17, 2022
This is the future of every African country.
The presidential office later said he urinated himself from the “extreme patriotism” he felt. pic.twitter.com/QDsPOJlRJj
इन 6 पत्रकारों को किया गिरफ्तार
जिन पत्रकारों को हिरासत में लिया गया है, उनमें कंट्रोल रूम के निदेशक जॉबल टॉम्बे, कैमरा ऑपरेटर और तकनीशियन विक्टर लाडो, कैमरा ऑपरेटर जोसेफ ओलिवर और जैकब बेंजामिन, कैमरा ऑपरेटर और तकनीशियन मुस्तफा उस्मान और कंट्रोल रूम तकनीशियन चेरबेक रूबेन शामिल हैं.
पत्रकारों की सुरक्षा के लिए समिति के प्रतिनिधि मुथोकी मुमो ने कहा, यह गिरफ्तारी सरकार के मनमानी रवैये को दर्शाता है, जिसमें पत्रकारों को सरकार द्वारा नियंत्रित किया जाता है. उन्होंने कहा, "अधिकारियों को इन छह पत्रकारों को बिना शर्त रिहा करना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे आगे बिना किसी धमकी और गिरफ्तारी के काम कर सकें."