SpaceX: दुनिया के सबसे शक्तिशाली रॉकेट का परीक्षण टाल दिया गया है. दरअसल, मंगल पर इंसानों को ले जाने वाले रॉकेट स्टारशिप को सोमवार को लॉन्च नहीं किया जा सका. तकनीकी समस्याओं के कारण रॉकेट स्टारशिप की लॉन्चिंग तय समय पर नहीं हो पाई. गौरतलब है कि भारतीय समयानुसार 17 अप्रैल 2023 की शाम करीब पौने सात बजे के आसपास रॉकेट का परीक्षण होना था. 


दुनिया के दिग्‍गज अरबपति और स्‍पेस एक्‍स के मालिक एलन मस्‍क ने ट्वीट कर इस बात की पुष्टि की. लॉन्चिंग के दस मिनट पहले रॉकेट के पहले स्टेज में फ्यूल प्रेशराइजेशन की दिक्कत दिखाई दी. इसके बाद लांचिंग को स्थगित कर दिया गया. मस्क ने ट्वीट करते हुए लिखा कि ऐसा लगता है कि एक प्रेशर वॉल्व जम गया है, इसलिए जब तक यह जल्द ही काम करना शुरू नहीं करता, इसे लॉन्च नहीं किया जा सकता. अगली लॉन्चिंग के कम से कम 48 घंटे बाद ही हो पाएगी.


चांद- मंगल का रास्‍ता होता साफ़ 


बताते चलें कि स्‍पेसएक्‍स कंपनी ने एलान किया था कि 17 अप्रैल 2023 को दुनिया के सबसे शक्तिशाली रॉकेट का परीक्षण किया जाएगा. दावा किया जा रहा था कि रॉकेट परीक्षण अगर सफल रहता है तो अंतरिक्ष यात्रियों के चंद्रमा, मंगल ग्रह और अंतरिक्ष में उसके आगे के सफर का रास्‍ता साफ हो जाएगा. स्टारशिप की लॉन्चिंग दक्षिणी टेक्सास में बोका चिका स्थित स्टारेबस थी. 


रॉकेट की लॉन्चिंग जोखिम भरा हो सकता है: मस्क 


रॉकेट की लॉन्चिंग से पहले मस्‍क ने कहा कि यह बहुत ही जटिल और विशाल रॉकेट की पहली उड़ान है. यह बेहद जोखिम भरा हो सकता है. ऐसा इसलिए क्योंकि रॉकेट गिर भी सकता है. हालांकि उन्होंने कहा कि हम बहुत ही सतर्कता बरतने जा रहे हैं. अगर हम कुछ भी चिंताजनक देखते हैं तो हम इसे टाल देंगे. 






बताते चलें कि नासा ने स्‍टारशिप को साल 2025 में चांद पर इंसान को ले जाने के लिए चुना है. स्‍टारशिप रॉकेट 164 फुट ऊंचा है जो चालक दल और कार्गो को ले जाने के लिए बनाया गया है. इस रॉकेट का पहले स्‍टेज का सुपर हैवी बूस्‍टर रॉकेट ही 230 फुट का है. 


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