SpaceX Starship Explodes: स्पेसएक्स के रॉकेट में लगे थे 33 इंजन, कितने मिनट बाद हुआ ब्लास्ट, 5 जरूरी सवालों के जवाब पढ़ें यहां
SpaceX Starship: लॉन्च का मकसद सिर्फ डेटा इकट्ठा करना था, चाहे पूरा मिशन हासिल किया गया हो या नहीं. रॉकेट के टूटने के बाद भी स्पेसएक्स के कर्मचारी खुशी से झूम उठे.
SpaceX Starship Blast: दुनिया का सबसे बड़ा रॉकेट SpaceX स्टारशिप (Starship) टेस्ट के दौरान गुरुवार (20 अप्रैल) को ब्लास्ट कर गया है. ये अबतक के इतिहास का सबसे बड़ा और शक्तिशाली रॉकेट लॉन्च था. इस रॉकेट को अमेरिका के टेक्सास (Texas) से स्थानीय समयानुसार 8.33 बजे सुबह लॉन्च किया गया था. लेकिन लॉन्च के महज 4 मिनट बाद यानी 8 बजकर 37 मिनट पर रॉकेट ब्लास्ट हो गया.
SpaceX स्टारशिप को मंगल (Mars) ग्रह की ओर इंसान के पहले बड़े कदम रखने की ओर देखा जा रहा था. इस रॉकेट की लंबाई 120 मीटर थी. ऐसा माना जा रहा है कि रॉकेट सिस्टम में मौजूद दो शेक्सन बूस्टर और क्रूज पोत टेकऑफ़ के ठीक बाद सही से अलग नहीं हो सके, जिसकी वजह से ये ब्लास्ट कर गया. स्पेसएक्स ने पहले आगाह किया था कि सफलता की संभावना कम है.
लॉन्च का मकसद सिर्फ डेटा इकट्ठा करना था
लॉन्च का मकसद सिर्फ डेटा इकट्ठा करना था, चाहे पूरा मिशन हासिल किया गया हो या नहीं. रॉकेट के टूटने के बाद भी स्पेसएक्स के कर्मचारी खुशी से झूम उठे. स्पेसएक्स ने विस्फोट का जिक्र करते हुए ट्विटर पर एक बयान में कहा कि रॉकेट लॉन्च रोमांचक साबित नहीं पाया था, स्टेज सेपरेशन से पहले ही स्टारशिप ने तेजी से अनिर्धारित डिसएस्पेशन का अनुभव किया था.
SpaceX स्टारशिप को 100 अंतरिक्ष यात्रियों तक ले जाने के लिए डिज़ाइन किया गया था. इसमें सुपर हेवी बूस्टर रॉकेट के ऊपर रखा गया था. इसमें कुल 33 ताकतवर रैप्टर इंजन लगे हुए थे, जो इन्हें पावर देते है.
View of Starship liftoff from South Padre Island pic.twitter.com/JrXCZLrQEy
— SpaceX (@SpaceX) April 20, 2023
SpaceX कराएगा चांद की सैर
स्पेसशिप की लंबाई तीन यात्री जेट के बराबर थी. ये विशाल स्पेसशिप सैटर्न वी रॉकेट की तुलना में 10 मीटर लंबा था. ये साल 1969 में चांद पर भेजे गए स्पेसशिप से कई गुणा लंबी थी. स्पेसएक्स के संस्थापक एलन मस्क ने लॉन्च के आगे बढ़ने के लिए फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन से पिछले हफ्ते आवश्यक मंजूरी हासिल की थी.
रॉकेट सिस्टम के ऊपरी और निचले दोनों हिस्सों को सॉफ्ट लैंडिंग के दौरान सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर वापस लाने के लिए डिज़ाइन किया गया है, ताकि इसे दोबारा इस्तेमाल किया जा सके. स्पेसएक्स का दावा है कि स्टारशिप, जिसकी पेलोड क्षमता 150 टन तक है. ये लंबी अवधि की इंटरप्लेनेटरी उड़ानों के दौरान दर्जनों लोगों को ले जाने में सक्षम है.
स्पेएक्स इस साल चांद के चारों ओर 11 लोगों के लिए निजी तौर पर यात्रा कराएगा. नासा ने अपने आर्टेमिस कार्यक्रम के हिस्से के रूप में 2025 तक चंद्रमा पर पहली महिला सहित अंतरिक्ष यात्रियों को उतारने के लिए स्पेसएक्स को भी अनुबंधित किया है.