Spain Letter Bomb: स्पेन में मिले 6 बम लेटर के पीछे कौन है ? क्या इसके पीछे यूरोप में खौफ फैलाने का मकसद
Spain Letter Bomb: लेटर बम अभियान से यह संकेत देने का इरादा था कि रूस और उसके प्रतिनिधी पूरे यूरोप में आंतकवादी हमले कर सकता है.
Spain Letter Bomb: यूक्रेन को पुतिन युद्ध में कब सरेंडर करा पाएंगे, यह कहा नहीं जा सकता हैं. पिछले 11 महीने से पुतिन की सेना दिन-रात जेलेंस्की की सेना पर कहर ढ़ा रही है. लेकिन उम्मीद के मुताबिक रुस की सेना को कामयाबी नहीं मिल पाई है. इसी बीच पुतिन को लेकर एक सनसनीखेज खुलासा हुआ है. दरअसल स्पेन में मिले बम लेटर के पीछे पुतिन का हाथ बताया जा रहा है. इस खबर में कितनी सच्चाई है यह आपकों बताते हैं.
स्पेन में हुई बम लेटर की घटना को लेकर रूस की मिलिट्री इंटेलीजेंस एजेंसी पर शक की सुई गहरा रही है. द न्यूयॉर्क टाइम्स ने बिना नाम लिये अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से रविवार को यह खबर दी थी. लेटर बम के माध्यम यह संकेत देने का इरादा था कि रूस और उसके प्रतिनिधी पूरे यूरोप में आंतकवादी हमले कर सकता है. पिछले साल स्पेन में 6 बम लेटर के माध्यम से हाई प्रोफाइल सरकारी, सेना और डिप्लोमेट को अपना निशाना बनाया था. एक रिपोर्ट के मुताबिक इंटेलीजेंस एजेंसी ने हमले के लिए एक आंतकवादी समूह को काम दिया था.
नवंबर-दिसंबर महीने में छह बम लेटर भेजे गए थे
बता दे कि नंवबर महीने के अंत में और दिसंबर की शुरुआत में स्पेन के हाई प्रोफाइल सरकारी, सेना और राजनयिक लक्ष्यों के लिए छह बम लेटर भेजे गए थे. ताकि यूक्रेन को मिल रहे समर्थन को रोका जा सके और यूरोपीय देशों में डर का माहौल पैदा किया जा सके. द न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम समकक्षों के साथ काम करने वाले स्पेनिश जाचंकर्ताओं का मनना है. जीआरयू के मॉस्को में स्थित 161 वें विशेषज्ञ प्रशिक्षण केंद्र ने रूसी इंपीरियल मूवमेंट का इस्तेमाल किया हैं.
रूस के खिलाफ कार्रवाई करने में कठिनाई होती है
अमेरिका ने साल 2020 में एक आतंकवादी समूह के रूप में सेट पीटर्सबर्ग में सैन्य-शैली क प्रशिक्षण केंद्रों का संचालन करने वाले रूसी इंपीरियल मूवमेंट का प्रचार किया था. अज्ञात अमेरिकी अधिकारी के मुताबिक रूसी इंपीरियल मूवमेंट को कभी-कभी प्रॉक्सी बल के तौर पर इस्तेमाल करने की क्षमता रूसी खुफिया के लिए उपयोगी है. हालाकि प्रतिद्वंदी देशों को रूस के खिलाफ कार्रवाई करने में कठिनाई होती है. लेटर बम अभियान में क्रेमलिन की भागीदारी को लेकर कोई सही जानकारी नहीं है. रूसी इम्पीरियल मूवमेंट ने यूक्रेन में क्रेमलिन के प्रयास की कड़ी आलोचना की है. साथ ही पुतिन पर भ्रष्टाचार का आरोप भी लगाए है.
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