नई दिल्ली: असुरक्षा और बौखलाहट किसे कहते हैं इसे बताने वाला एक बयान PoK के प्रधानमंत्री राजा फारुख हैदर ने दिया है। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बैठे राजा फारुख हैदर हिंदुस्तान को ललकार रहे हैं, इमरान खान से कह रहे हैं कि जाओ और भारत को सबक सिखाओ. डर के मारे जुबान से ये बातें सिर्फ इसलिए निकल रही हैं क्योंकि भारतीय मौसम विभाग ने गिलगित और बालटिस्तान के मौसम का हाल जो बताना शुरू कर दिया है. किसी भी हिंदुस्तानी को इस बात में रत्ती भर का भी शक नहीं कि पाकिस्तान के कब्जे वाला ये गिलगित और बालटिस्तान अखंड भारत का हिस्सा है. हिंदुस्तान का वो मुकुट जिस पर पाकिस्तान ने धोखे से कब्जा किया था लेकिन पाकिस्तान की हिम्मत देखिए हमने अपने ही घर का नाम लेना शुरू किया तो भारत को ही धमकी देने पर उतर आया है. इमरान खान की कठपुतली बनकर पीओके के पीएम की कुर्सी पर बैठने वाले राजा फारुख हैदर कहते हैं कि बयान से बात नहीं होगी, फौज को हुक्म दें, फौज हुक्म का इंतजार कर रही है,आगे बढ़े.


खुद को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर का प्रधानमंत्री कहने वाले हैदर साहब इमरान खान से भारत पर हमला करने की अपील कर रहे हैं. जनाब को लगता है कि पाकिस्तान की फौज को हिंदुस्तान पर हमला करके जवाब देना चाहिए. फारुख ने आगे कहा, 'वो आपकी बेटी हैं इमरान खान साहब, आपके भाई हैं, आपकी माएं हैं, आगे बढ़े ना, वो बात करता है ना मौसम का हाल इंशाअल्लाह हम उसको दिल्ली का हाल बताएंगे'.


इनकी बातें सुनकर गुस्सा नहीं आता, हंसी आती है, आतंक की खेती करने वाले ये लोग दिल्ली के मौसम का हाल बताने का दावा करते हैं. ना तो पाकिस्तान का इतना बड़ा जिगर है और ना ही इतनी ताकत कि वो भारत से लोहा ले सके. धोखे से हमारी ही जमीन पर कब्जा करने वाले लोग हमसे हमारा जम्मू कश्मीर हड़पना चाहते हैं. उन्हें पता है कि वो ताकत के दम पर ऐसा नहीं कर सकते इसीलिए तो सालों से आतंक के रास्ते देश में जहर फैलाने की साजिश में जुटे हैं और अब जब मोदी सरकार ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को भारत का हिस्सा बनाने के संकेत देने शुरू किए तो पूरे पाकिस्तान में मानो प्रलय आ गया. 5 मई को भारतीय मौसम विभाग की वेबसाइट पर जम्मू कश्मीर के साथ-साथ गिलगित बालटिस्तान और मुजफ्फराबाद के मौसम का हाल बताया जाने लगा.



इसके बाद से पाकिस्तान में हड़कंप मच गया. भारत को जवाब देने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाए जाने लगे, कभी यूएन की दुहाई दी गई तो कभी लद्दाख का गलत मौसम बताकर पाकिस्तान ने दुनिया के सामने अपना ही मजाक उड़वा लिया. और अब राजा फारुख हैदर भारत पर हमले वाली बांसुरी बजाने के लिए आए हैं. पीओके के प्रधानमंत्री राजा फारुख हैदर इस तरह की अपील से अपना दिल बहला रहे हैं. जनता की आंखों में धूल झोंक रहे हैं या फिर पाकिस्तान की फौज के इशारे पर नाच रहे हैं ये तो वो ही जाने क्योंकि जिनसे वो आगे बढ़कर भारत पर हमला करने की अपील कर रहे हैं वो इमरान खान खुद पिछले साल ये कबूल कर चुके हैं कि अगर युद्ध हुआ तो पाकिस्तान भारत से हार जाएगा.


दरअसल ये बयान उस डर का नतीजा है जो इमरान खान से लेकर फारुख हैदर तक को दिन रात सता रहा है। ये डर है पीओके के हाथ से निकल जाने का, ये डर है गिलगित बालटिस्तान और मुजफ्फराबाद पर तिरंगा लहराने का. दरअसल गिलगिट और बालटिस्तान सामरिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है. इसी इलाके पर पाकिस्तान के कब्जे की वजह से चीन को फायदा मिलता है.



पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में गिलगिट बालटिस्तान का हिस्सा इतना बड़ा है जितना भारत का हिमालच प्रदेश। गिलगिट बालटिस्तान में सिर्फ प्राकृतिक सुंदरता नहीं बल्कि प्राकृतिक संपदा का भी अपार भंडार मौजूद है। सोना, प्लेटिनम और कोबाल्ट के साथ-साथ तोपाज जैसे बेशकीमती पत्थर मौजूद हैं. चाइनीज कंपनियां लगातार गिलगित बालटिस्तान में इन संपदाओं का खनन कर रही हैं। गिलगित बालटिस्तान में 1480 सोने की खदान हैं, 1480 में से 123 सोने की खदान बेहद उत्तम गुणवत्ता वाले सोने की हैं. गिलगित बालटिस्तान सोना ही नहीं उगलता बल्कि पाकिस्तान की प्यास भी बुझाता है. गिलगित बालटिस्तान के ग्लेशियर पाकिस्तान की 75 फीसदी वाटर सप्लाई का जरिया बनते हैं यानि गिलगित बालटिस्तान हाथ से निकला तो पहले से ही भुखमरी की कगार पर पहुंचा पाकिस्तान दाने दाने को मोहताज हो जाएगा और इसीलिए पाकिस्तान हैदर जैसे लोगों को गीदड़ भभकी देने के लिए आगे कर देता है जबकि वो खुद भी जानता है कि जिस दिन सीधी टक्कर की नौबत आई पाकिस्तान भारत के सामने टिक नहीं पाएगा और इतिहास इस बात का गवाह है.