Chinese Spy Balloon: उत्‍तरी और दक्षिणी अमेरिकी महाद्वीप में नजर आए चाइनीज बैलून को लेकर चीन की दुनियाभर में किरकरी हो रही है. इससे अमेरिका और चीन के बीच तल्‍खी बढ़ रही है, दोनों देशों के विदेश मंत्रालयों के बीच जुबानी जंग जारी है. इस विवाद में तब और पलीता लग गया, जब चीन ने उलटे अमेरिका पर ही बैलून भेजने का आरोप लगा दिया.


चीनी विदेश मंत्रालय ने सोमवार (13 फरवरी) को कहा- किसी बैलून का दूसरे देश में घुस जाना नॉर्मल बात है. इसे तूल नहीं दिया जाना चाहिए. चीनी विदेश मंत्रालय के स्पोक्सपर्सन वांग वेनबिन ने कहा, ''पिछले साल से अब तक 10 अमेरिकी बैलून चीन में घुस चुके हैं...हमने तो ऐसा नहीं किया था.'' बता दें कि बीती 5 फरवरी को अमेरिका ने अपने यहां चाइनीज बैलून दिखने पर उसे मार गिराया था और उसका मलबा भी चीन को लौटाने से इनकार कर दिया था. इसके बाद से चीन और अमेरिका में जिरह हो रही है.


अमेरिका के आरोपों पर चीन का पलटवार


अमेरिका के आरोप हैं कि चीन बड़े-बड़े गुब्‍बारे कई किलोमीटर ऊंचाई पर भेजकर दूसरे देशों में जासूसी करता है. ऐसे कई गुब्‍बारे पिछले 15 दिनों में उत्‍तरी और दक्षिणी अमेरिका महाद्वीप के विभिन्‍न क्षेत्रों में देखे गए हैं. वहीं, चीन इस पर सफाई दे रहा है. चीन लगातार इस बात पर जोर दे रहा है कि अमेरिका ने अपने हवाई क्षेत्र में जो बैलून मार गिराया था, वो असल में सिविल-यूज बैलून था और उसका जासूसी से कोई ताल्लुक नहीं था.


'अमेरिका खुद बैलून भेजता है'


चीनी विदेश मंत्रालय के स्पोक्सपर्सन ने अमेरिका पर बैलून भेजने का आरोप लगाते हुए कहा कि अमेरिका खुद बैलून भेज चुका है. चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा कि 2022 से अब तक 10 बार अमेरिकी बैलून चीन के उूपर से गुजरे, लेकिन हमारी सरकार से कोई अप्रूवल नहीं लिया था. चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा- उन्‍हें हम मार गिराते तो? इसलिए हमारा कहना है कि बैलून के मामले तूल न दिया जाए.


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