Sri Lanka Rebirth Suicide Case: भारत के पड़ोसी मुल्क श्रीलंका से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. दावा किया जा रहा है कि 1 धर्मगुरु समेत 7 लोगों ने पूर्व जन्म की चाहत में आत्महत्या कर ली. बीते मंगलवार (2 जनवरी) को पुलिस ने 1 पुरुष और 1 महिला की लाश यक्कला और महारागामा एरिया से बरामद की. पुलिस को शक है कि दोनों पीड़ितों ने जहर खाकर खुदकुशी कर ली. मामले की जांच करने पर पुलिस को पता चला कि वे दोनों एक 47 साल के बौद्ध धर्मगुरु रुवन प्रसन्ना गुणरत्ने को मानते थे. उन्होंने ही दोनों को आत्महत्या करने के लिए प्रेरित किया था, जिसके बाद  दोनों ने जहर खाकर अपनी जान दे दी.


हालांकि, पुलिस ने आगे की जांच की सारी जिम्मेदारी सीआईडी को सौंप दी है. Criminal Investigations Department (CID) ने जांच को आगे बढ़ाते हुए पाया कि बौद्ध धर्मगुरु रुवन प्रसन्ना गुणरत्ने अपने अनुनयीयों को आत्महत्या करने के लिए प्रेरित करते थे और कहते थे कि ऐसा करने से वो दोबारा जन्म ले लेंगे.


बौद्ध धर्मगुरु के पूरे परिवारों वालों ने की आत्महत्या
श्रीलंका में 34 वर्षीय पुरुष का शव ओल्ड रोड, महारागामा पर स्थित एक गेस्ट हाउस में मिला. मरने वाले व्यक्ति की पहचान थिवोलपुरा के अंबालांगोडा क्षेत्र के निवासी के रूप में की गई. इसके अलावा 21 वर्षीय महिला का शव यक्कला क्षेत्र के रफाल वट्टा में उसके आवास पर बरामद किया गया. महिला एक विश्वविद्यालय की छात्रा थी. वहीं 28 दिसंबर को बौद्ध धर्मगुरु रुवान प्रसन्ना गुणरत्नेका का लाश महारागामा के एक गेस्ट हाउस में मिला.


इसके कुछ दिनों बाद 31 दिसंबर को रुवान प्रसन्ना गुणरत्नेका की 35 साल की पत्नी की लाश मलाबे के काहनटोटा स्थित अपने घर में अपने दो बेटों और बेटी के साथ मिली. पुलिस ने जांच में पाया कि परिवार के सारे सदस्य ने जहर खाकर जान दी है. महिला के दो बेटे और एक बेटी की उम्र क्रमश: 9, 8 और 7 साल थी. गुणरत्ने अपने अनुनयीयों को आत्महत्या करने के लिए प्रेरित करते थे और कहते थे कि ऐसा करने से वो दोबारा ले जन्म ले लेंगे.


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