Sri Lanka Economic Crisis: श्रीलंका (Sri Lanka) में भारी प्रदर्शनों के बीच नई सरकार के गठन को लेकर असमंजस बरकरार है. इस बीच कार्यवाहक राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे (Ranil Wickreme Singhe) ने संसद अध्यक्ष महिंदा यापा अभयवर्धने (Mahindra Yapa Abhaywardene) से ऐसा प्रधानमंत्री नामित करने को कहा जो सरकार (Government) और विपक्ष (Opposition) दोनों को स्वीकार हो.
प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार विक्रमसिंघे ने अपने कार्यालय में कैबिनेट सदस्यों के साथ बैठक की. इसमें कहा गया है कि बैठक में शामिल सभी मंत्रियों की राय थी कि जैसे ही सर्वदलीय सरकार बनाने को लेकर कोई समझौता होता है वो लोग नई सरकार को जिम्मेदारी सौंप देंगे.
मालदीव के बाद कहां जाएंगे राष्ट्रपति गोटाबया राजपक्षे?
विक्रमसिंघे पर राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के संभावित इस्तीफे से पहले पद छोड़ने का दबाव है. कहा जा रहा है कि राजपक्षे मालदीव से सिंगापुर जा रहे हैं. विक्रमसिंघे के कार्यालय में घुसने वाले प्रदर्शनकारी संसद भवन परिसर में प्रवेश करने का प्रयास कर रहे हैं. पुलिस ने बताया कि संसद अध्यक्ष के सरकारी आवास के पास प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षाबलों ने आंसू गैस के गोले छोड़े.
प्रदर्शन के दौरान एक युवक की हुई मौत
एक युवक की सांस लेने में तकलीफ के कारण मौत हो गई थी. वह उस समूह में शामिल था जिसने सुबह प्रधानमंत्री कार्यालय पर धावा बोल दिया. इस घटना में 35 अन्य लोग घायल हो गए. प्रधानमंत्री के मीडिया विभाग ने कहा कि सत्तारूढ़ दल और विपक्ष को मिलकर सर्वदलीय सरकार बनानी चाहिए.
देश के राष्ट्रपति राजपक्षे ने बुधवार को पद से इस्तीफा देने का वादा किया था. न्यूज फर्स्ट चैनल की खबर के मुताबिक तमिल नेशनल अलायंस (टीएनए) के सांसद एम.ए. सुमंतीरन ने कहा कि इस सिलसिले में फैसला एक सर्वदलीय बैठक में लिया गया जिसमें सरकार में शामिल दलों के नेताओं को छोड़कर अन्य सभी नेता शरीक हुए.
क्या बर्खास्त किये जाएंगे प्रधानमंत्री?
राजपक्षे ने कहा कि बैठक में आम सहमति से फैसला लिया गया. एक फैसला विक्रमसिंघे के शीघ्र इस्तीफे की मांग से संबद्ध है जबकि अन्य फैसलों में स्पीकर से यह आग्रह करना होता है कि वह राष्ट्रपति के इस्तीफे के प्रभावी होने से पहले प्रधानमंत्री को बर्खास्त करें.
तीनों कमांडरों ने सूचित किया कि प्रदर्शनकारी संसद के गेट के नजदीक हैं और बल पूर्वक राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को हटाने की अनुमति चाहते हैं. उन्होंने कहा कि हम इस तरह के अनुरोध पर सहमत नहीं हो सकते हैं.
विपक्षी नेताओं की क्या है मांग?
नेताओं ने कार्यवाहक राष्ट्रपति का पद ग्रहण करने को लेकर विक्रमसिंघे को बर्खास्त करने की स्पीकर से मांग की. उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति राजपक्षे बुधवार को देश छोड़ कर मालदीव भाग गये जहां से उन्होंने प्रधानमंत्री विक्रमसिंघे को कार्यवाहक राष्ट्रपति नियुक्त किया. स्पीकर महिंदा यापा अभयवर्धने का कहना है कि राष्ट्रपति राजपक्षे ने टेलीफोन पर उनको सूचित किया कि वह वादे के मुताबिक आज इस्तीफा देंगे. उन्होंने कहा कि नये राष्ट्रपति के लिए मतदान 20 जुलाई को होगा.
विक्रमसिंघे (Ranil Wickreme Singhe) ने देश में आपातकाल लागू कर दिया है और पश्चिमी प्रांत में कर्फ्यू लगा दिया है. इन सबके बीच श्रीलंका अभूतपूर्व आर्थिक संकट (Sri Lanka Economic Crisis) का सामना कर रहा है. देश में लाखों लोग भोजन, दवा, ईंधन और अन्य आवश्यक चीजों की किल्लत झेल रहे हैं.