Sri Lanka Crisis: श्रीलंका में हिंसा करने वालों को देखते ही गोली मारने का आदेश, नेताओं के शरण लेने की खबरों को भारत ने किया खारिज
Sri Lanka Crisis: श्रीलंका में आर्थिक हालात को लेकर पिछले कई दिनों से हिंसक विरोध प्रदर्शन जारी हैं. इस हिंसा में अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं 200 से ज्यादा लोग घायल हैं.
Sri Lanka Crisis: श्रीलंका में हालात काफी ज्यादा बिगड़ते नजर आ रहे हैं, इसी बीच अब उग्र प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए रक्षा मंत्रालय की तरफ से एक बड़ा फैसला लिया गया है. बताया गया है कि हिंसा करने वालों के खिलाफ शूट एट साइट यानी देखते ही गोली मारने का आदेश दिया गया है. देश के अलग-अलग शहरों में हो रहे खूनी संघर्ष के बीच ये अहम फैसला लिया गया है.
लगातार बढ़ रही है हिंसा
श्रीलंका में प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के खिलाफ पिछले कई हफ्तों से प्रदर्शन जारी था. इसी बीच देश में हिंसा फैलनी शुरू हो गई. इस हिंसा में एक सांसद समेत करीब 7 लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों से ज्यादा लोग घायल हुए. जिसके बाद राजपक्षे ने ऐलान किया कि वो इस्तीफा दे रहे हैं. लेकिन इसके बावजूद हिंसा नहीं रुकी, बल्कि और ज्यादा भड़क गई. प्रदर्शनकारियों ने राजपक्षे के घर और उनके समर्थकों को निशाना बनाना शुरू कर दिया. राजपक्षे के पैतृक घर को आग लगा दी गई. तभी से लगातार आगजनी और हिंसा का ये सिलसिला जारी है. अब पूर्व मंत्री जॉन्सटन फर्नेंडो के घर को भी प्रदर्शनकारियों ने आग के हवाले कर दिया है.
श्रीलंका में चल रहे संकट को लेकर कई तरह की अफवाहें भी चल रही हैं. जिनमें ये भी कहा जा रहा था कि श्रीलंका के कई नेता अपने परिवार के साथ भागकर भारत चले गए हैं. लेकिन अब भारतीय हाई कमीशन की तरफ से इसे गलत जानकारी बताया है. साथ ही ऐसी तमाम खबरों को खारिज किया है.
महिंदा राजपक्षे ने परिवार के साथ ली शरण
श्रीलंका में सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार को राजपक्षे परिवार के वफादारों को देश से भागने से रोकने के लिए कोलंबो में भंडारनायके अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (बीआईए) की ओर जाने वाली सड़क पर एक जांच चौकी बना डाली. कोलंबो में बीआईए को स्थानीय तौर पर काटूनायके हवाईअड्डा कहा जाता है. इसके बाद महिंदा ने अपनी पत्नी और परिवार के साथ आधिकारिक निवास-टेंपल ट्रीज- छोड़ दिया और श्रीलंका के पूर्वोत्तर तट पर स्थित बंदरगाह शहर ट्रिंकोमाली के नौसैनिक अड्डे पर शरण ली है.
पुलिस ने चलाई हवा में गोलियां
‘टेंपल ट्रीज’ में घुसने की कोशिश कर रही भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस ने सोमवार की रात आंसू गैस के गोले छोड़े. मंगलवार सुबह महिंदा और उनके परिवार को आधिकारिक आवास से निकालने के दौरान भीड़ को पीछे रखने के लिये पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े तथा चेतावनी के तौर पर हवा में गोलियां चलानी पड़ीं. महिंदा राजपक्षे और उनके परिवार के कुछ सदस्यों के वहां पहुंचने की खबरों के बाद त्रिंकोमाली नौसैनिक अड्डे के सामने विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया. सोमवार को, प्रदर्शनकारियों ने हंबनटोटा में राजपक्षे के पैतृक घर, 14 पूर्व मंत्रियों, 18 सांसदों और राजपक्षे परिवार के प्रति वफादार नेताओं के घरों पर हमला किया. अस्पताल के सूत्रों के मुताबिक इस बीच हाल की झड़पों में घायल हुए लोगों की संख्या बढ़कर 249 हो गई है जबकि 7 लोगों की मौत हुई है.
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