Sri Lanka Presidential Election: कोलंबो में इंडियन हाई कमीशन (Indian High Commission) ने उन मीडिया रिपोर्ट्स का खंडन किया है जिनमें दावा किया गया कि भारत श्रीलंका के राष्ट्रपति चुनाव (Presidential Election) को प्रभावित करने की कोशिश कर रहा है. हाई कमीशन ने कहा, “ये मीडिया रिपोर्ट्स पूरी तरह से झूठी हैं. ये स्पष्ट रूप से किसी की कल्पना की उपज हैं.”


हाई कमीशन ने ट्वीट कर कहा, “यह दोहराया जाता है कि भारत लोकतांत्रिक साधनों और मूल्यों, स्थापित संस्थानों के साथ-साथ श्रीलंका के लोगों की आकांक्षाओं की प्राप्ति का समर्थन करता है और किसी अन्य देश के आंतरिक मामलों और लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में हस्तक्षेप नहीं करता है.”


विक्रमसिंघे बने नए राष्ट्रपति
गौरतलब है कि श्रीलंका में बुधवार (20 जुलाई) को नए राष्ट्रपति का चुनाव हुआ. कार्यवाहक राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे (Ranil Wickremesinghe) नए राष्ट्रपति चुने गए हैं. 1978 के बाद से पहली बार देश के अगले राष्ट्रपति का चुनाव सांसदों द्वारा गुप्त मतदान के जरिए हुआ.


श्रीलंका के नवनियुक्त राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे श्रीलंकाई संसद को संबोधित करते हुए कहा कि देश बहुत मुश्किल स्थिति में है, हमारे सामने बड़ी चुनौतियां हैं. नए राष्ट्रपति नवंबर 2024 तक पूर्व राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे (Gotabaya Rajapaksa) के शेष कार्यकाल के लिए पद पर रहेंगे.


देश छोड़कर भाग गए थे राजपक्षे
गौरतलब है कि श्रीलंका (Sri Lanka) के पूर्व राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने जनता के भारी विरोध के चलते देश से भाग गए थे. जिसके बाद उन्होंने इस्तीफा देने की घोषणा की थी. फिलहाल वह सिंगापुर (Singapore) में हैं.


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