Sri Lanka Economic-Political Crisis: श्रीलंका (Sri Lanka) अपने सबसे खराब दौर से गुजर रहा है. आर्थिक संकट (Economic Crisis) में भोजन (Food), दवा (Medicine), पेट्रोल (Petrol)-डीजल (Diesel) जैसी बुनियादी चीजें हासिल करने के लिए लोग जूझ रहे हैं. आसमान छूती महंगाई ने लोगों को सड़क पर उतरने के लिए मजबूर कर दिया है. राष्ट्रपति (President) गोटबाया राजपक्षे (Gotabaya Rajapaksa) और पीएम रानिल विक्रमसिंघे (Ranil Wickremesinghe) इस्तीफा देने की घोषणा कर चुके हैं. सबकी निगाहें अब नए राष्ट्रपति के होने वाले चुनाव पर है.


श्रीलंका में जारी संकट की सबसे बड़ी वजह पेट्रोल-डीजल की किल्लत है. ज्यादातर पेट्रोल पंपों में पेट्रोल-डीजल है ही नहीं. जिन पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल-डीजल है वहां कोहराम मचा हुआ है.


लकड़ी जलाकर खाना बना रहे हैं लोग
पेट्रोल पंप पर कई किलोमीटर लंबी कतारें लगी हुई हैं. जिनमें खड़े लोग घंटों इंतजार के बाद मुश्किल से ही पेट्रोल- डीजल हासिल कर पाते हैं. लोगों को गैस सिलेंडर नहीं मिल पा रहा है जिसकी वजह से वह लकड़ी जलाकर पर खाना बनाने के लिए मजबूर है.


राष्ट्रपति आवास में जमे हैं प्रदर्शनकारी
इस बीच शनिवार को राष्ट्रपति आवास में धावा बोलने वाले हजारों प्रदर्शनकारी अब भी वहां डटे हुए है. प्रदर्शनकारियों ने ऐलान कर दिया है जब तक राष्ट्रपति राजपक्षे इस्तीफा नहीं देंगे वह राष्ट्रपति आवास खाली नहीं करेंगे.


इस बीच कार्यवाहक प्रधानमंत्री के तौर पर काम कर रहे है रानिल विक्रमसिंघे ने कहा है कि नई सर्वदलीय अंतरिम सरकार बनते ही समूचा मंत्रिमंडल इस्तीफा दे देगा और नई सरकार को अपनी जिम्मेदारी सौंप देगा.


श्रीलंका में राष्ट्रपति चुनाव की तारीख तय
राष्ट्रपति चुनाव (Presidential Election) के लिए 19 जुलाई को नामांकन (Nominations) दाखिल होगा और चुनाव 20 जुलाई को होगा.


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