Sri Lanka Crisis: सात दशकों में अपने सबसे खराब आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका (Sri Lanka) में ईंधन (Fuel) की भारी कमी के बीच सैनिकों (Troops) ने सोमवार को पेट्रोल (Petrol) के लिए कतार में लगे लोगों को टोकन (Tokens) दिए. वहीं कोलंबो (Colombo) में स्कूलों (Schools) को बंद कर दिया गया और सरकारी कर्मचारियों (Public Employees) को घर से काम (Work From Home) करने के लिए कहा गया.


सरकार ने कर्मचारियों को अगली सूचना तक घर से काम करने के लिए कहा है, जबकि वाणिज्यिक राजधानी कोलंबो और आसपास के क्षेत्रों में स्कूलों को एक सप्ताह के लिए बंद कर दिया गया है.


ईंधन वितरण के लिए टोकन सिस्टम लागू


देश में ईंधन की भारी कमी को देखते हुए श्रीलंका के ऊर्जा और ऊर्जा मंत्री कंचना विजेसेकेरा ने रविवार (26 जून) को घोषणा की कि देश भर के ईंधन स्टेशन सीमित आपूर्ति के कारण सोमवार से ग्राहकों को टोकन जारी करना शुरू कर देंगे.


समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, विजेसेकेरा ने कोलंबो में पत्रकारों से कहा कि श्रीलंकाई सेना और पुलिस को बुलाया जाएगा और जनता को पेट्रोल-डीजल भरने के लिए टोकन नंबर दिए जाएंगे क्योंकि आपूर्ति सीमित है. जनता को अपने मोबाइल फोन नंबर अपने निकटतम फिलिंग स्टेशनों पर पंजीकृत करने के लिए कहा गया था, और उनके नंबर जारी होने के बाद उन्हें सूचित किया जा सके.


अभी यह स्पष्ट नहीं है कि सरकार अपने ईंधन भंडार को कितना बढ़ा सकती है. सार्वजनिक परिवहन, बिजली उत्पादन और चिकित्सा सेवाओं को ईंधन वितरण में प्राथमिकता मिलेगी जबकि बंदरगाहों और हवाई अड्डों को भी कुछ ईंधन मिलेगा.


श्रीलंका में जरूरी चीजों की कमी


श्रीलंका (Sri Lanka) 1948 में आजादी के बाद से सबसे बड़े आर्थिक संकट (Economic Crisis) का सामना कर रहा है,  जिसकी वजह से देश भर में भोजन (food), दवा (medicine), रसोई गैस (cooking gas) और ईंधन (Fuel) जैसी आवश्यक वस्तुओं की भारी कमी हो गई है.


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