Sri Lanka Crisis: श्रीलंका में आर्थिक और राजनीतिक संकट के बीच राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे (Gotabaya Rajapaksa) देश छोड़कर कर भाग गए हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एक सऊदी एयरलाइंस का विमान, जो गोटाबाया राजपक्षे को मालदीव से लेकर गया है वह सिंगापुर (Singapore) के चांगी हवाई अड्डे पर पहुंचा है. राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के सिंगापुर पहुंचने को लेकर सिंगापुर सरकार की ओर से बयान जारी किया गया है.
सिंगापुर विदेश मंत्रालय ने कहा है कि श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने यहां निजी यात्रा पर प्रवेश किया है. उन्होंने शरण नहीं मांगी और न ही उन्हें शरण दी गई है. सिंगापुर आमतौर पर शरण नहीं देता है. इससे पहले श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे को लेकर विमान मालदीव पहुंचा था. मालदीव में कुछ देर रुकने के बाद उनका विमान सिंगापुर के लिए रवाना हुआ था.
भारतीय उच्चायोग ने भारत के हस्तक्षेप की खबरों का किया खंडन
वहीं राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के देश छोड़ने में भारत सरकार के हस्तक्षेप की भी खबरें चल रही थी, लेकिन इन्हें मालदीव में भारतीय उच्चायोग ने इन खबरों का खंडन किया. मालदीव में भारतीय उच्चायोग ने कहा कि उच्चायोग स्पष्ट रूप से उन निराधार रिपोर्टों का खंडन करता है जिनके अनुसार भारत सरकार ने मालदीव के माध्यम से श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के कथित तौर पर देश से बाहर निकलने में मदद की. ये रिपोर्टों निराधार हैं.
श्रीलंका में बदतर होते जा रहे हालात
बता दें कि, आर्थिक संकट से गुजर रहे श्रीलंका (Sri Lanka Economic Crisis) में देश के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे (Gotabaya Rajapaksa) के इस्तीफे की मांग को लेकर लोग सड़कों पर उतर आए थे. प्रदर्शनकारियों ने श्रीलंका के राष्ट्रपति भवन पर कब्जा कर लिया था. देश के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे और प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे (Ranil Wickremesinghe), दोनों ही इस्तीफा देने का एलान कर चुके हैं. राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने बीती 13 जुलाई को अपने पद से इस्तीफा देने की बात कही थी, लेकिन अभी तक औपचारिक घोषणा नहीं किया है. उग्र होते प्रदर्शन को देखते हुए देश के राष्ट्रपति राजपक्षे ने देश भी छोड़ दिया है. अब उनके देश से भाग जाने के बाद इस्तीफे को लेकर सवाल उठ रहे हैं.
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