Sri Lanka Crisis: कोलंबो में प्रदर्शनकारियों के खिलाफ सुरक्षाकर्मियों के एक्शन पर US ने जताई चिंता, अमेरिकी राजदूत ने कही ये बात
Sri Lanka Crisis: प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि कोलंबो में राष्ट्रपति सचिवालय परिसर के बाहर सुरक्षाकर्मियों ने शुक्रवार तड़के सरकार विरोधी धरना शिविर पर छापा मारा.
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Sri Lanka Crisis: कोलंबो (Colombo) में अमेरिकी राजदूत (US Ambassador) जूली चुन (Julie Chun) ने आधी रात में गाले फेस (Galle Face) में प्रदर्शनकारियों के खिलाफ श्रीलंकाई सुरक्षाकर्मियों द्वारा की गई कार्रवाई के बारे में गहरी चिंता व्यक्त की. चुन ने ट्विटर (Twitter) पर अधिकारियों से संयम बरतने और घायलों को तत्काल चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने की मांग की.
राजदूत चुंग ने शुक्रवार को ट्वीट किया, “आधी रात में गाले फेस में प्रदर्शनकारियों के खिलाफ की गई कार्रवाई के बारे में बहुत चिंतित हूं. हम अधिकारियों से संयम बरतने और घायलों के लिए तत्काल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने का आग्रह करते हैं.”
कोलंबो में राष्ट्रपति सचिवालय (Sri Lankan Presidential Secretariat) परिसर के बाहर मौजूद बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों की सशस्त्र सुरक्षा कर्मियों से झड़प हो गई. राष्ट्रपति सचिवालय के परिसर के बाहर नए राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों को नियंत्रित करने के लिए सशस्त्र सैनिकों को तैनात किया गया था.
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों कें टेंट तोड़े
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि सुरक्षाकर्मियों ने शुक्रवार तड़के राजधानी में सरकार विरोधी धरना शिविर पर छापा मारा. राष्ट्रपति सचिवालय परिसर के बाहर सशस्त्र सुरक्षाकर्मियों ने प्रदर्शनकारियों के टेंटों को तोड़ दिया.
सशस्त्र बलों की कार्रवाई के बीच एक प्रदर्शनकारी ने कहा, “रानिल विक्रमसिंघे हमें नष्ट करना चाहते हैं, वे फिर से ऐसा कर रहे हैं, लेकिन हम कभी हार नहीं मानेंगे. हम अपने देश को ऐसी घिनौनी राजनीति से मुक्त बनाना चाहते हैं. ”
देश के नए राष्ट्रपति बने विक्रमसिंघे
विक्रमसिंघे ने गुरुवार को संसद में प्रधान न्यायाधीश जयंत जयसूर्या के समक्ष श्रीलंका के राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली. बुधवार को संसद में हुए चुनाव में उन्हें राष्ट्रपति चुना गया. देश में गंभीर आर्थिक उथल-पुथल के बीच पिछले सप्ताह राष्ट्रपति पद से गोटबाया राजपक्षे के इस्तीफे के बाद बुधवार के वोट के दौरान, विक्रमसिंघे को 134 वोट मिले.
पिछले हफ्ते कोलंबो में राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास में हजारों गुस्साए प्रदर्शनकारियों द्वारा धावा बोल दिए जाने के बाद, श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे (Gotabaya Rajapaksa) देश छोड़ कर मालदीव (Maldives) भाग गए और फिर वहां से सिंगापुर (Singapore) चले गए. राजपक्षे ने देश छोड़कर भाग जाने के बाद इस्तीफे की पेशकश की थी.
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