Sri Lanka Curfew: श्रीलंका में आर्थिक संकट के साथ ही राजनीतिक संकट (Sri Lanka Political Crisis )का दौर भी जारी है. राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे (Gotabaya Rajpaksha) के देश छोड़कर मालदीव भागने के बाद से श्रीलंका के प्रधानमंत्री रहे रानिल विक्रमसिंघे (Ranil Wickramsinghe) को कार्यवाहक राष्ट्रपति नियुक्त किया गया है. उन्होंने बुधवार को हुए विरोध-प्रदर्शन को देखते हुए पूरे देश में 14 जुलाई की सुबह पांच बजे तक कर्फ्यू (Curfew) लगाने की अधिसूचना जारी कर दी है. बुधवार को काफी संख्या में प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री ऑफिस (PMO)पर कब्जा कर लिया, सुरक्षाबलों ने प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले छोड़े और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया. इसमें अबतक 30 के करीब प्रदर्शनकारी घायल हुए हैं.


श्रीलंका के न्यूजवायर ने ट्वीट किया
श्रीलंका के न्यूज़वायर ने ट्वीट किया, "राष्ट्रपति द्वारा प्रकाशित गजट एक्स्ट्राऑर्डिनरी, प्रधान मंत्री रानिल विक्रमसिंघे को 13 जुलाई 2022 से राष्ट्रपति कार्यालय की शक्तियों, कर्तव्यों और कार्यों का प्रयोग, प्रदर्शन और निर्वहन करने के लिए नियुक्त करता है."


मालदीव में गोटाबाया के खिलाफ हुआ प्रदर्शन
न्यूजवायर की रिपोर्ट के मुताबिक मालदीव में रहने वाले श्रीलंकाई लोगों ने बुधवार को पूर्व राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. उन्होंने मांग की है कि गोटाबाया राजपक्षे, जो इस समय मालदीव के एक रिसॉर्ट में हैं, उनको वापस श्रीलंका भेजा जाए, सोशल मीडिया यूजर द्वारा साझा किए गए वीडियो फुटेज में श्रीलंकाई लोगों को मालदीव की राजधानी माले में विरोध प्रदर्शन करते हुए दिखाया गया है.


गुरुवार को सिंगापुर या दुबई भागेंगे गोटाबाया
न्यूजवायर की रिपोर्ट के अनुसार, राजपक्षे आज सुबह अपने परिवार के साथ मालदीव भाग गए, यह कहने के बावजूद कि वह बुधवार को अपने इस्तीफे की घोषणा करेंगे. श्रीलंका में जनता मौजूदा आर्थिक संकट को लेकर राष्ट्रपति के इस्तीफे की मांग कर रही है. अपना इस्तीफा दिए बिना देश छोड़ने के अलावा, उन्होंने प्रधान मंत्री रानिल विक्रमसिंघे को कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में भी नियुक्त किया है.न्यूजवायर ने बताया है कि राजपक्षे बुधवार को मालदीव से सिंगापुर या दुबई, संयुक्त अरब अमीरात के लिए रवाना होने वाले हैं. श्रीलंका में राजपक्षे के मालदीव भागने के बाद विरोध तेज हो गया है. विक्रमसिंघे ने आपातकाल की घोषणा की और देश के पश्चिमी प्रांत में कर्फ्यू लगा दिया. पीएम आवास के आसपास हवाई पेट्रोलिंग भी शुरू हो गई है.


विपक्ष ने विक्रमसिंघे को राष्ट्रपति मानने से किया इनकार
देश के विपक्ष के नेता साजिथ प्रेमदासा ने कहा कि पीएम राष्ट्रपति की शक्तियों का प्रयोग नहीं कर सकते, और कर्फ्यू या आपातकाल की स्थिति की घोषणा नहीं कर सकते. प्रेमदासा ने ट्वीट किया, "प्रधानमंत्री तभी कार्यवाहक राष्ट्रपति बनते हैं, जब राष्ट्रपति उन्हें नियुक्त करते हैं, या यदि राष्ट्रपति का पद खाली है, या अध्यक्ष के परामर्श से मुख्य न्यायाधीश यह विचार करते हैं कि राष्ट्रपति कार्य करने में असमर्थ हैं." उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, "इनमें से किसी की अनुपस्थिति में, पीएम राष्ट्रपति की शक्तियों का प्रयोग नहीं कर सकते हैं, और कर्फ्यू या आपातकाल की स्थिति की घोषणा नहीं कर सकते हैं."


20 जुलाई को नए राष्ट्रपति का होना है चुनाव


श्रीलंका के न्यूजवायर ने देश की संसद के अध्यक्ष का हवाला देते हुए बताया कि श्रीलंका के राष्ट्रपति आज अपना इस्तीफा देंगे जबकि 20 जुलाई को एक नए राष्ट्रपति का चुनाव होगा. 


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