श्रीलंका में आर्थिक संकट से हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं. देश में जरूरी चीजों की कमी होती जा रही है. रिजवे चिल्ड्रन हॉस्पिटल के स्पेशलिस्ट डॉक्टरों ने जनता से बच्चों के लिए आवश्यक इंसुलिन दान करने का अनुरोध किया.
डॉक्टरों के अनुसार, आपूर्ति हफ्तों से घट रही है और महत्वपूर्ण चिकित्सा आपूर्ति का पूरी तरह से समाप्त होने का खतरा है, जिसमें इंसुलिन भी शामिल है जिसका अत्यधिक महत्व है क्योंकि यह तीव्र टाइप 1 मधुमेह से पीड़ित बच्चों के अस्तित्व के लिए महत्वपूर्ण है.
देश में चिकित्सा उपकरणों और दवाओं की कमी
बता दें विदेशी मुद्रा भंडार की कमी के कारण श्रीलंका चिकित्सा उपकरणों और दवाओं की कमी से जूझ रहा है. विश्व बैंक ने महत्वपूर्ण जीवन रक्षक चिकित्सा उपकरणों के आयात के लिए 10 मिलियन डॉलर देने का आश्वासन दिया है.
विरोध प्रदर्शन मंगलवार को भी रहे जारी
इसी बीच सरकार के विरोध में शनिवार को शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन मंगलवार को चौथे दिन भी कोलंबो में राष्ट्रपति सचिवालय के सामने जारी रहा. स्थानीय संगीतकारों ने सोमवार रात प्रदर्शनकारियों का मनोरंजन किया और सुबह जानकारी मिली कि शिराज नामक एक रैप कलाकार की दिल का दौरा पड़ने से विरोध प्रदर्शन स्थल पर मृत्यु हो गई.
प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने सोमवार रात टेलीविजन के माध्यम से राष्ट्र को संबोधित करते हुए सरकार को मौजूदा आर्थिक संकट से निपटने तक लोगों से धैर्य रखने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि वे लोगों की पीड़ा को समझते हैं. पर उनका यह संबोधन लोगों को शांत करने में विफल रहा.
लोगों ने विभिन्न सोशल मीडिया मंचों पर सरकार की आलोचना की. एक प्रदर्शनकारी ने लिखा, 'हम यहां इसलिए आये हैं क्योंकि हमने जिन्हें चुना, उन्होंने हमें निराश किया है. उनके यहां से जाने तक हम अपना प्रदर्शन जारी रखेंगे.'
लंबे समय से बिजली कटौती और ईंधन, भोजन और अन्य दैनिक आवश्यक चीजों की कमी को लेकर लोग हफ्तों से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. वे राष्ट्रपति के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं.
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