Sri Lanka Economic Crisis: श्रीलंका में आर्थिक संकट और गहराता जा रहा है. गंभीर आर्थिक संकट के बीच देश में दवाइयों की भारी किल्लत है. दवाइयों के साथ सर्जिकल उपकरण भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध नहीं है. जिससे दिल के मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव मेजर जनरल संजीव मुनासिंघे ने प्रधानमंत्री कार्यालय में हुई बैठक में खुलासा किया है कि सर्जरी के लिए उपकरणों सहित हृदय रोगियों के लिए दवाओं की भारी कमी है.


स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव मेजर जनरल संजीव मुनासिंघे ने आगे खुलासा किया कि इन मरीजों के लिए दवाओं, सर्जिकल उपकरण और भोजन के आपूर्तिकर्ताओं को 4 महीने से भुगतान नहीं किया गया है. हालांकि स्वास्थ्य मंत्रालय ने दवाओं के आयात के लिए साख पत्र खोले हैं, लेकिन यह पता चला है कि डॉलर की कमी के कारण कुछ भी आयात नहीं किया गया. आजादी के बाद श्रीलंका अपने सबसे खराब आर्थिक संकट से गुजर रहा है.


देश में चरम पर महंगाई


श्रीलंका में महंगाई चरम पर है. देश में विदेशी मुद्रा की कमी होने की वजह से हर तरह की वस्तुओं का आयात काफी मुश्किल हो गया है. पेट्रोल-डीजल और बिजली संकट से लेकर खाने पीने की चीजों की भारी किल्लत है. मेडिकल संबंधित सामानों का अभाव है. देश के कई हिस्सों में अस्पतालों में ओपीडी सेवाएं बाधित हैं. लोगों में जबरदस्त नाराजगी है. आर्थिक मदद लेने के लिए श्रीलंका विश्व बैंक के साथ-साथ कई देशों से भी बात कर रहा है. विदेश मंत्रालय के मुताबिक भारत इस साल अब तक श्रीलंका को 3.5 अरब डॉलर की मदद दे चुका है.


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