IMF Bailout Package For Sri Lanka: दक्षिण एशिया में भारत के दो पड़ोसी देश आर्थिक बदहाली से जूझ रहे हैं. इनमें एक पाकिस्तान (Pakistan) है और दूसरा श्रीलंका (Sri Lanka). अपनी आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए इन दोनों देशों ने इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (IMF) से पैकेज की गुहार लगाई, लेकिन इनमें से केवल देश को ही आर्थिक पैकेज मिलेगा. IMF ने श्रीलंका के लिए अरबों रुपये के पैकेज को मंजूरी देगा, जबकि महीनों से बातचीत कर रहे पाकिस्तानी हुकूमत के प्रतिनिधियों को IMF ने बेलआउट पैकेज मंजूर नहीं किया. सीधे शब्दों में कहें तो पाकिस्तान को अभी और हाथ-पैर जोड़ने पड़ेंगे.
लंका में होगा अब पर्याप्त विदेशी मुद्रा भंडार
श्रीलंका के सेंट्रल बैंक गवर्नर नंदलाल वीरासिंघे ने कहा है कि उन्हें IMF से 2.9 बिलियन डॉलर का पैकेज मिलेगा. नंदलाल वीरासिंघे ने मीडिया से बातचीत में कहा, ''अब हमारे देश में डॉलर संकट खत्म हो गया है. IMF सोमवार को देश के लिए 2.9 बिलियन डॉलर बेलआउट पैकेज को मंजूरी देने जा रहा है.'' यह बयान न्यूज एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट में छापा गया. जिसके अनुसार, श्रीलंका को IMF से पैकेज मिलने जा रहा है, और इसलिए अब श्रीलंका के पास आवश्यक क्षेत्रों के आयात के लिए पर्याप्त विदेशी मुद्रा भंडार होगा.
इधर, पाक के पास है नाममात्र का फॉरेक्स रिजर्व
इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (IMF) से श्रीलंका को तो बिलियन डॉलर्स मिलने जा रहे हैं, लेकिन पाकिस्तानी हुकूमत अपने यहां के व्यवसायियों को थोथा आश्वासन दे ही देती रही है. पाक के मंत्री कह रहे हैं कि उन्हें भी जल्द IMF से कर्ज की किस्त मिलेगी. लेकिन ऐसा दावा करते करते महीनों हो गए हैं. पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशहाक डार ने कहा है कि उन्हें जून में खत्म होने वाले वित्त वर्ष में अपने फाइनेंशियल गैप को खत्म करने के लिए 5 अरब डॉलर की विदेशी फंडिंग की जरूरत है. डार के बयान में मुल्क को ये भरोसा दिलाने की कोशिश की जा रही है कि IMF के साथ डील 'अतिशीघ्र' साइन हो जाएगी. हालांकि, हुकूमत IMF की शर्तों पर खरा नहीं उतरी है. कर्ज की किस्त पाने के लिए उसे कई ऐसी बातें माननी पड़ेंगी, जिनका मुल्क में विरोध होगा.