Sri Lanka News : डेली मिरर अखबार ने वॉशिंगटन डीसी की एक रिपोर्ट के आधार पर अपनी एक खबर में दावा किया है कि श्रीलंका अगले महीने की उस डेडलाइन को मिस कर सकता है जिसके आधार पर उसे अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से लोन मिलेगा.
अख़बार की खबर के अनुसार अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की डेडलाइन दिसंबर है. श्रीलंका उसे अगर मिस कर देता है तो उसे आईएमएफ से आठ समान किस्तों में 2.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर का लोन सुरक्षित करने के लिए उसे मार्च 2023 तक इंतजार करना होगा.
श्रीलंका को है राहत पैकेज की उम्मीद
इससे पहले राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से 2.9 अरब डॉलर के राहत पैकेज की उम्मीद करते हुए कहा था कि इस समय बातचीत चल रही है और सरकार ऋण पुनर्गठन पर भारत और चीन के साथ बातचीत कर रही है. आर्थिक तंगी से जूझ रहे श्रीलंका को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से बेहद उम्मीदें हैं. देश को दोबारा पटरी पर लाने के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष का सहयोग श्रीलंका के लिए बेहद जरूरी है.
राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने कहा कि हम आगे बढ़ सकते हैं और दिसंबर तक किसी समझौते पर पहुंच सकते हैं, जिसका मतलब नवंबर के मध्य तक समझौता करना और दिसंबर के मध्य में आईएमएफ बोर्ड तक जाना है, तो हमें बड़ा फायदा होगा. हालांकि, मुझे नहीं पता कि हम इसे कर सकते हैं या नहीं.
जुलाई में देश छोड़कर भाग गए थे राजपक्षे
विक्रमसिंघे ने गोटाबाया राजपक्षे के बाद राष्ट्रपति पद संभाला था. गोटाबाया जुलाई में देश छोड़कर भाग गए थे, जब गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने भोजन, ईंधन और दवा सहित सभी आवश्यक चीजों की कमी के साथ आर्थिक संकट के बाद राष्ट्रपति के घर पर धावा बोल दिया था.
बता दें कि श्रीलंका एक अभूतपूर्व व्यापक आर्थिक संकट का सामना कर रहा है. वर्षों की राजकोषीय अनुशासनहीनता और जोखिम भरे वाणिज्यिक उधारों के कारण सार्वजनिक ऋण का स्तर बेहद खराब हो गया है. बैंकिंग सिस्टम में आधिकारिक भंडार और शुद्ध विदेशी संपत्ति समाप्त हो गई है.
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