Latest Update: कोलंबो में धमाकों के बाद सेना तैनात, पीएम विक्रमसिंघे ने बुलाई आपात बैठक
श्रीलंका में 6 जगहों पर सीरियल ब्लास्ट हुए हैं. ब्लास्ट 3 चर्च और 3 होटलों में हुए हैं. अभी तक धमाकों की जिम्मेदारी किसी संगठन ने नहीं ली है.
कोलंबोः श्रीलंका की राजनधानी कोलंबो में ईसाईयों के पवित्र त्योहार ईस्टर के मौके पर सिलसिलेवार 6 बम धमाके हुए हैं, जिनमें 160 से ज्यादा मौतें हुई हैं और करीब 350 लोग जख्मी हैं. अब तक की रिपोर्ट्स के मुताबिक इन हमलों में 3 चर्च और 3 होटल को निशाना बनाया गया है. धमाकों लेकर अभी पूरी खबरें नहीं है, ऐसे में आशंका है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है.
किसी भारतीय के हताहत होने की कोई खबर नहीं
इन धमाकों के बाद देश आपात की में स्थिति है. देश के प्रधानमंत्री ने अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सेना को बुला लिया गया है. अब तक इन धमाकों में किसी भारतीय के हताहत होने की कोई खबर नहीं है.
धमाकों में कोझिकाडे, कटवापटिया और बटीकालवा की तीन चर्च को निशाना बनाया गया है. राजधानी कोलंबो के तीन होटलों को निशाना बनाया गया है. ये होटल दी शांगरिला, सेनामन ग्रैंड और कंगज़बरी हैं.धमाकों के बाद उठी जोरदार चीख पुकार
स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय न्यूज़ एजेंसियों की तरफ से जारी वीडियो में धमाके बाद की बहुत ही दर्दनाक तस्वीरें शेयर की गई हैं, जिसमें धमाकों के बाद जोरदार चीख पुकार उठी और लोग जान बचाने के लिए इधर उधर भागते दिखाई दे रहे हैं. सोशल मीडिया भी कई तरह के दावे किए रहे हैं.
सबसे बड़ी बात ये है कि ये धमाके ठीक उस वक्त हुए जब चर्च में ईस्टर को लेकर प्रार्थना हो रही थी. ईस्टर गुड फ्राइडे के तीन दिनों बाद यानि रविवार को होता है. धमाके के बाद घायलों को तुरंत और बेहतर इलाज के लिए अतिरिक्त मेडिकल टीम की तैनात की गई.
पहले कब धमाके हुए
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पहला धमाका सुबह करीब पौने 9 बजे हुआ. पहला धमाका कोलंबो स्थित एक चर्च में हुआ. इसके बाद ही सिलसिलेवार धमाकों की शुरुआत हुई. अन्य सभी धमाके अगले आधे घंटे के दौरान हुए. हमले में तीन चर्च को निशाना बनाया गया है. सेंट एंथोनी चर्च कोलंबो में स्थित है. दूसरा चर्च सेंट सेबेस्टियन कोलंबो से 30 किलोमीटर दूर स्थित है. तीसरा चर्च राजधानी से 250 किलोमीटर दूर पूर्व में बैट्टिकोला में स्थित है.
सेंट सेबेस्टियन चर्च ने हमले के बाद की तस्वीरें शेयर की हैं, जिसमें तबाही के मंजर साफ दिखाई दे रहे हैं. तस्वीरों में साफ दिख रहा है कि फर्श पर खूब बह रहे हैं और इधर उधर भागते लोग मदद के लिए चिल्ला रहे हैं.
पुलिस प्रवक्ता का कहना है कि धमाकों की जगहों पर जख्मियों को निकाल लिया गया है और सुरक्षाबलों ने पूरे इलाकों की घेराबंदी कर कर ली है. सर्च ऑपरेशन जारी है.
सोशल मीडिया पर सर्कुलेट हो रही तस्वीरें में देखा जा सकता है कि धमाके में एक चर्च की छत पूरी तरह से तबाह हो गई है. फर्श पर छत की टाइल्स, टूटी लकड़ियां और खून के निशान हैं.
ऐसी भी तस्वीरें सामने आईं हैं जिनमें कुछ लोग खुद खून में सने हुए हैं और दूसरे गंभीर तौर पर जख्मियों की मदद कर रहे हैं.
सरकार की कार्रवाई
सरकार ने अपने बयान में कहा कि हमले के तुरंत बाद आपात बैठक बुला ली गई. बचाव का काम जारी है. सरकार ने हमले को बहुत डरावाना करार दिया है. सरकार ने कहा कि हमले में कुछ विदेश के भी घायल होने की खबर है. सरकार ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है.
ईसाइयों की आबादी कितनी है
बौद्ध धर्म के मानने वाले श्रीलंका में करीब 6 फीसदी कैथोलिक ईसाई आबाद हैं.देश में ईसाइयों को एकजुट करने वाली ताकत के तौर पर देखा जाता है क्योंकि ईसाइयों की आबादी तमिल और बहुसंख्यक सिन्हला दोनों समुदाय से आते हैं.
सेना तैनात की गई
इन हमलों की अब तक किसी भी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है. सरकार ने हालात से निपटने के लिए सेना की 200 टीमें तैनात की है.
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