Wonderful Story of Sri lanka: 'देश कागज पर बना नक्शा नहीं होता', यह पंक्ति है हिन्दी के मशहूर कवि सर्वेश्वर दयाल सक्सेना (Sarveshwar Dayal Saxena) की. उनका यह कहना सच भी है क्योंकि किसी भी देश की पहचान उसकी भौगोलिक स्थिति से ज्यादा वहां के मशहूर और लोगों को आकर्षित करने वाली चीजों से होती हैं.
किसी देश का संगीत, वहां की कला, साहित्य और खेल उस देश की पहचान होती है. यही वो चीज़ें हैं, जिनसे हम उस देश को और बेहतर ढंग से समझ पाते हैं. इससे वहां की संस्कृति और जीवनशैली का भी आभास होता है. आपने सुना ही होगा कि कलाकार और उसकी कला को सरहदों में बांधा नहीं जा सकता. यही वजह है कि कनेडियाई पॉप सिंगर जस्टिन बीबर हों या अमरीकी पॉप गायक माइकल जैक्सन या फिर हमारी अपनी स्वर कोकिला लता मंगेश्कर, इन कलाकारों के चाहने वाले सिर्फ इनके अपने देश में ही नहीं बल्की पूरी दुनियाभर में हैं.
हाल ही में श्रीलंकाई सिंगर गायक-रैपर योहानी का एक गाना सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. उस गाने को केवल श्रीलंका में ही नहीं बल्कि भारत से लेकर यूएस तक के लोगों द्वारा काफी पसंद किया गया था. भारत में तो इस गाने को इतना पसंद किया गया कि कुछ ही समय में अमिताभ बच्चन, टाइगर श्रॉफ, माधुरी दीक्षित समेत बॉलीवुड के कई स्टार्स के जुबान पर ‘मानिके मगे हिते’ गाने के ही बोल थे.
श्रीलंका जो आज भयंकर आर्थिक और राजनीतिक संकट में फंसा हुआ है, जिस देश का भविष्य इस वक्त खतरे में है वो देश पूरी दुनिया में अपने संगीत, साहित्य, कला और खेल के लिए मशहूर है. आज आइए आपको बताते हैं इस देश की उस तस्वीर के बारे में जिसकी कायल पूरी दुनिया है.
श्रीलंका प्राकृतिक सौंदर्य और कला संस्कृति से भरा हुआ एक छोटा सा देश है. चारों तरफ हिंद महासागर से घिरे इस द्वीप को परंपराओं और विरासत का राजा कहा जाता है. वो इसलिए भी क्योंकि यहां के मंदिर हमेशा से ही पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र रहे हैं. इस देश के लोग सदियों से आभूषण, मुखौटे, लाख के बर्तन और चीनी मिट्टी के बरतन बनाते रहे हैं. इसपर की गई कारीगरी दुनियाभर में प्रसिद्ध. लोग दूर-दूर से देश की कला को देखने श्रीलंका पहुंचते हैं.
श्रीलंका के लोकनृत्य व गीत
श्रीलंकाई संगीत का एक लंबा इतिहास रहा है. स्वदेशी संगीत से लेकर दुनिया भर में विभिन्न संगीत शैलियों को अपनाने तक, श्रीलंकाई संगीत का अब तक व्यापक विकास हो चुका है. इतिहास के अनुसार प्राचीन लोगों ने अपने अकेलेपन, उदासी, थकान आदि को कम करने के लिए लोक कविताएं गाईं. फिर, यह लोक संगीत में विकसित हुआ.
इसके अलावा, जब म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट की बात आती है, तो श्रीलंका में संगीत वाद्ययंत्रों का निर्माण तीन यूरोपीय क्षेत्रों और पारंपरिक मूल (Traditional Origin) का मिश्रण है. श्रीलंका के ज्यादातर प्राचीन फिल्में और उनके गानों से साबित होता है कि श्रीलंका पारंपरिक और पश्चिमी दोनों तरह के संगीत वाद्ययंत्रों से परिचित है. पारंपरिक उपकरणों में हाथ से बने कच्चे यंत्र शामिल है. दूसरी ओर, पश्चिमी संगीत वाद्ययंत्र उपनिवेशवादियों की विरासत थे.
श्रीलंका के पारंपरिक या देशी संगीत के सबसे हाइलाइट किए गए प्रकार...
1. तमाशा (Pageantry)
2. कोलम और कठपुतली ( Kolam and Puppetry)
3. नूरथी संगीत (Nurthi Music)
4. सिंहल लाइट संगीत (Sinhala Light Music)
5. शास्त्रीय संगीत (Classical Music)
खेल
श्रीलंका में खेल इनकी संस्कृति का एक बेहद अहम हिस्सा है. वैसे तो इस देश का राष्ट्रीय खेल वॉलीबॉल है, लेकिन क्रिकेट को सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है. इसके अलावा रग्बी यूनियन भी लोकप्रिय है. इसके अलावा यहां फुटबॉल, नेटबॉल, एथलेटिक्स, फुटबॉल, बास्केटबाल और टेनिस भी खेला जाता है. इस देश के क्रिकेट इतिहास पर नजर डाले तो सबसे चर्चित वर्ल्ड कप साल 1996 में खेला गया था. इस विश्व कप में श्रीलंका को पहली बार जीत मिली थी. जिसमें श्रीलंका को ऑस्ट्रेलिया के साथ खेलना था. ऑस्ट्रेलिया ने पहले खेलते हुए सात विकेट के नुकसान पर 241 रन बनाए. जिसके जवाब में श्रीलंका ने तीन विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया और वर्ल्ड कप के विजेता बने.
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