Sri Lankan Army Chief: श्रीलंका के सेना प्रमुख जनरल शैवेंद्र सिल्वा ने उन आरोपों का खंडन किया है जिसमें कहा गया था कि आम जनता को भड़काने के लिए सेना लोगों पर गोली चलाने के लिए तैयार है. डेली मिरर की एक रिपोर्ट के मुताबिक ये आरोप फ्रंटलाइन सोशलिस्ट पार्टी के डुमिंडा नागावुमा ने लगाए हैं. जनरल शैवेंद्र सिल्वा ने आश्वस्त करते हुए कहा है कि सेना को कोई भी शख्स किसी भी परिस्थिति में इस तरह का शर्मनाक कदम को नहीं उठाएगा. तो वहीं श्रीलंका में उन सभी लोगों को गोली मारने के आदेश दिए गए हैं जो सार्वजनिक संपत्ति को लूटने और नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं.
हालांकि मीडिया में खबरें ये भी चल रही हैं कि राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे की वजह से ही शैवेंद्र सिल्वा को ये पद मिला है और वो सेना का इस्तेमाल जनता के खिलाफ कर सकते हैं. तो वहीं श्रीलंका में हाल ही में बहुत सारे विरोध प्रदर्शन देखने को मिले हैं.
देश में सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन बढ़ा
श्रीलंका में गंभीर आर्थिक संकट को लेकर जमकर सरकार विरोधी प्रदर्शन हो रहे हैं. पिछले कुछ दिनों से सरकार के खिलाफ देशव्यापी विरोध प्रदर्शन लगातार देखे जा रहे हैं. जिसकी वजह से विरोध स्थलों पर तैनात सुरक्षा बलों के साथ झड़पों की घटनाओं में तेजी देखी गई है. सेना प्रवक्ता ने डेली मिरर को बताया कि रक्षा मंत्रालय ने देश की तीनों सेनाओं को सार्वजनिक संपत्ति लूटने या दूसरों को नकसान पहुंचाने वाले लोगों पर गोली चलाने का आदेश दिया गया है.
मंत्रियों और सांसदों का घर जलाने वाले लोगों की हुई पहचान
श्रीलंका में सरकार का विरोध इस कदर बढ़ गया है कि लोगों ने मंत्रियों और सांसदों के घरों में आग लगा दी. इन प्रदर्शनकारियों की पहचान की जा चुकी है. आपको बता दें कि सरकार का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों ने श्रीलंका के मोरातुवा मेयर समन लाल फर्नांडो और सांसद सनथ निशांत, रमेश पथिराना, महिपाल हेराथ, थिसा कुट्टियाराची और निजम लांजा के आवासों में आग लगा दी थी. इन सभी घटनाओं को देखते हुए श्रीलंका के पूर्व प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे और उनके परिवार के लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेज दिया गया है. कोलंबो गजट की रिपोर्ट के मुताबिक कोलंबो के पॉश इलाके से कुछ लोगों को हैलिकॉप्टर से निकलते हुए देखा गया है. अनुमान लगाया जा रहा है कि वो महिंदा राजपक्षे का परिवार ही था.