Srilanka: श्रीलंका जब आर्थिक संकट से जूझ रहा था तब भारत ने हर संभव मदद की थी. एक साल बीत जाने के बाद भी श्रीलंका भारत का एहसानमंद है. गौरतलब है कि पिछला साल पड़ोसी देश के लिए अच्छा नहीं रहा. श्रीलंका की व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई थी. आलम ये हो गया था कि जिम्मेदार देश छोड़ कर भाग गए. विरोध-प्रदर्शन करते करते हुए देश की जनता ने राष्ट्रपति संसद भवनों पर अपना कब्जा कर लिया था. तब श्रीलंका को मदद की सबसे ज्यादा जरूरत थी और भारत ने अपनी ओर से सहयोग किया था. 


श्रीलंका भी इस बात को मानता है. श्रीलंका के विदेश मंत्री अली साबरी ने भारत को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि जब हम एक अभूतपूर्व संकट से जूझ रहे थे तब भारत ने किसी भी अन्य देश की तुलना में श्रीलंका की अधिक मदद की थी. भारत के इस सहयोग के लिए हम हमेशा आभारी रहेंगे. 


भारत ने लिए साहसिक फैसले 


साबरी ने मंगलवार को जारी पॉडकास्ट में कहा कि हमारे बुरे दौर में भारत ने कुछ साहसिक फैसले लिए. इससे देश को आर्थिक संकट से उबारने में मदद मिली. उन्होंने आगे कहा कि न सिर्फ भारत ने हमारी मदद की बल्कि भारत की जनता में भी जमकर सहयोग किया. यह सब कहते हुए उन्होंने भारत को असली दोस्त कहा.


भारत एक सच्चा दोस्त है: श्रीलंका 


श्रीलंका के विदेश मंत्री ने कहा कि बुरे समय में एक सच्चा दोस्त ही साथ देता है, भारत ने इस बात को साबित किया. उस दौर में भारत का हमारे साथ खड़ा रहना बेहद महत्वपूर्ण रहा. अपनी बात कहते हुए श्रीलंका के विदेश मंत्री ने भारत का आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने श्रीलंका को लगभग 3.9 बिलियन द्विपक्षीय ऋण और मान्यता प्रदान करके कुछ बहुत ही साहसिक, निर्णायक फैसले लिए. इससे श्रीलंका दिवालिया होने से बच गया.


 ये भी पढ़ें: EU Sanctions: यूक्रेन से जंग लड़ रहे पु‍तिन के सहयोगी की मां के खिलाफ प्रतिबंधों को EU कोर्ट ने किया रद्द, जानें कैसे आया ये दुर्लभ फैसला