अमेरिकी सपने को पूरा करने के लिए इससे बेहतर समय नहीं- ट्रंप
कैपिटोल हिल में कांग्रेस को संबोधित करते हुए ट्रंप ने कहा, "अमेरिकी सपने को पूरा करने के लिए इससे बेहतर समय नहीं हो सकता." प्रतिनिधि सभा के चैंबर में कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए ट्रंप ने अगले साल के लिए व्यापार, आव्रजन, बुनियादी ढांचा और राष्ट्रीय सुरक्षा संबंधी नीतियों सहित अपने प्रशासन के लक्ष्यों को रेखांकित किया.
देश को मिली 'असाधारण सफलता'- ट्रंप
ट्रंप ने कहा कि उनका प्रशासन 'एक सुरक्षित, मजबूत और गौरवांवित अमेरिका' का निर्माण कर रहा है. उन्होंने 20 जनवरी 2017 को राष्ट्रपति पद संभालने के बाद से देश को मिली 'असाधारण सफलता' का दावा करते हुए कांग्रेस से मतभेदों को परे रखकर साथ मिलकर काम करने का आग्रह किया.
ट्रंप ने संबोधन के शुरुआत में कहा, "पिछले एक साल में हमने अविश्वसनीय प्रगति की है और असाधारण सफलता हासिल की है." उन्होंने डेमोक्रेट और रिपब्लिकन सांसदों से अपने मतभेद भुलाकर देश की जनता की भलाई के लिए एकजुट होकर काम करने की अपील की.
आईएस के पूरे सफाये तक जारी रहेगी हमारी लड़ाई- ट्रंप
वहीं, विदेश नीति पर ट्रंप ने कहा कि इराक और सीरिया से तकरीबन वह सारा क्षेत्र मुक्त करा लिया गया है, जो एक समय इस्लामिक स्टेट के नियंत्रण में था. ट्रंप ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के लिए प्रतिबद्धता जताते हुए कहा, "आईएस के पूरे सफाये तक हमारी लड़ाई जारी रहेगी."
ट्रंप ने आर्मी स्टाफ सर्जेंट जस्टिन पेक की भी प्रशंसा की जिन्होंने इराक में अपने एक साथी को बचाने के लिए अपने जीवन को खतरे में डाल दिया था. पेक को अपने साहस के लिए ब्रोंज स्टार से सम्मानित किया गया था.
ट्रंप ने आईएस सरगना अल-बगदादी जैसे आतंकवादियों को आजाद करने की कमजोर अमेरिकी नीति की निंदा करते हुए कहा, "आतंकवादियों को बंधक बनाना जरूरी है. हमने पूर्व में मूर्खतावश अल बगदादी समेत सैकड़ों खतरनाक आतंकवादियों को आजाद कर दिया, जिसके बाद हमें दोबारा युद्ध के मैदान में उनका सामना करना पड़ा."
परमाणु हथियारों को अधिक आधुनिक बनाने की जरूरत- ट्रंप
उन्होंने कहा, "अपनी सुरक्षा के लिए हमें अपने परमाणु हथियारों को और अधिक आधुनिक बनाने की जरूरत है हालांकि उम्मीद है कि इसका उपयोग करने की कभी जरूरत नहीं पड़ेगी. लेकिन इसे इतना मजबूत और शक्तिशाली बनाना है कि यह किसी भी आक्रामकता के कृत्यों को रोक सके."
ट्रंप ने कहा कि एक दिन वह जादुई क्षण जरूर आएगा जब दुनिया के सभी देश परमाणु हथियारों को नष्ट करने के लिए एकजुट होंगे. उन्होंने कहा "दुर्भाग्य से वह समय अभी तक नहीं आया है."