नई दिल्ली: पाकिस्तान में एक मंदिर है जिसका नाम है कटासराज. माना जाता है कि जब माता सती की मृत्यु हुई थी तब शिव इतना रोए कि आंसुओं से एक तालाब बन गया. इस जगह को हिन्दुओं के प्रमुख तीर्थस्थलों में से एक माना जाता है. इस मंदिर में भगवान श्रीराम और हनुमान की मूर्तियां भी थीं जो अब नहीं हैं. दुनिया भर में फैले हिन्दुओं में जब इसकी चर्चा हुई तो पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने इस पर संज्ञान लिया है और सरकार से जवाब मांगा है.
पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश ने पूछा है कि प्रशासन इस मामले में लापरवाही क्यों बरत रहा है. पाकिस्तान में रह रहे अल्पसंख्यक हिन्दुओं के बारे में दुनिया भर में क्या धारणा बनेगी? मुख्य न्यायाधीश जस्टिस मियां साकिब निसार की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय बेच ने इस पर सुनवाई की.
20 फीट गहरा शिव तालाब अब सूख चुका है और मंदिर के भीतर से मूर्तियां गायब हैं. पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि कोई निचली अदालत इस मामले में सुनवाई नहीं करेगी, केवल सुप्रीम कोर्ट ही इस मामले को देखेगा.
पाकिस्तान में ये इस तरह का कोई पहला मामला नहीं है. भारत में बाबरी मस्जिद के तोड़े जाने के बाद पाकिस्तान में बहुत सारे मंदिर तोड़े गए थे.
हिस्टोरिक टेम्पल्स इन पाकिस्तान: अ कॉल टू कंशियन्स नाम की किताब लिखने वाली रीमा अब्बासी के मुताबिक हिन्दू मंदिरों पर कब्जा कर लिया गया. आम तौर पर मंदिर वहां भूमाफियाओं के निशाने पर रहते हैं.