क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान को अल-कादिर ट्रस्ट मामले में गिरफ्तार करने के बाद पाकिस्तान में बवाल शुरू हो गया है. हालांकि पाकिस्तान के सुप्रीमो कोर्ट ने उनको जमानत दे दी है. इस बीच उनकी ही पार्टी के एक और नेता को भी गिरफ्तार किया गया है.  सुप्रीम कोर्ट से मिली जमानत पर भी सवाल उठ रहे हैं. पाकिस्तान के कई पत्रकारों का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के कुछ जज इमरान खान का पहले भी समर्थन करते रहे हैं.


पाकिस्तान में नेता के तौर पर इमरान खान भले ही इस समय चर्चा में हो, इससे पहले भी वो अपने प्रेम-प्रसंगों, शादियों और बीवियों के साथ रिश्तों  लेकर सुर्खियों में बने रहे हैं.


 जिस अल-कादिर ट्रस्ट के मामले में उनको गिरफ्तार किया गया था उसको बनाने में पत्नी बुशरा बीबी और करीबी सहयोगियों ने किया था. बुशरा इमरान खान की तीसरी पत्नी हैं. इमरान की बुशरा से पहले दो और बीवियां रह चुकी हैं. पाकिस्तान क्रिेकेट टीम के पूर्व कप्तान और पूर्व पीएम इमरान खान ने एक राजनेता के रूप में जितनी सुर्खियां बटोरीं उतनी ही चर्चा उनकी निजी जीवन को लेकर भी रही है.


इमरान खान जिस मामले को लेकर अभी सजा काट रहे हैं, और पूरे देश में अशांति फैली हुई है, उसने एक बार फिर उनके निजी जीवन को संदेह के घेरे में ला खड़ा किया है. 


इमरान खान और जेमिमा गोल्डस्मिथ


जेमिमा गोल्डस्मिथ एक ब्रिटिश स्क्रिप्ट राइटर, टेलीविजन और फिल्म निर्माता हैं. जेमिमा गोल्डस्मिथ इमरान खान की पहली पत्नी थीं. इस जोड़े ने 1995 में शादी की और 2004 में इनका तलाक हो गया. इमरान और जेमिमा के दो बच्चे हैं. पहला सुलेमान ईसा (जन्म 1996) और कासिम जो 1999 में पैदा हुए. 


इमरान खान का पहली पत्नी के साथ तलाक के सटीक कारणों के बारे में कोई खास जानकारी अब तक सामने नहीं आई है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इमरान खान को राजनीतिक में दबाव और दोनों के बीच सांस्कृतिक मतभेदों की वजह से बहुत चुनौतियों का सामना करना पड़ा था.  


माना जाता है कि इमरान खान के राजनीति में शामिल होने और अपनी राजनीतिक पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रति उनके समर्पण ने उनके संबंधों पर तनाव डाला. इसके अलावा जेमिमा गोल्डस्मिथ ब्रिटिश मूल की थीं, और उन्हें पाकिस्तान की सांस्कृतिक और राजनीतिक वातावरण ढलने में काफी दिक्कतें आईं. 


जेमिमा गोल्डस्मिथ और इमरान खान दोनों ने अपने तलाक के बाद से एक सम्मानजनक रिश्ता बनाए रखा है और वे दोनों ही अपने दो बच्चों के माता-पिता बने हुए हैं. 


जेमिमा ने जून 2021 में इमरान खान के सेक्सिस्ट और महिलाओं के प्रति अपमानजनक होने के लिए आलोचना की थी. जेमिमा ने इमरान खान की उस टिप्पणी के बाद नाराजगी जाहिर की जिसमें इमरान खान ने कहा था कि महिलाओं के पोशाक पुरुषों को उकसा सकते हैं. इमरान की इस टिप्पणी की आलोचना महिला अधिकार कार्यकर्ताओं और सिविल सोसाइटी ने भी की थी. 


नवंबर 2022 में जेमिमा ने ट्वीट किया "मैं पाकिस्तान के पूर्व पीएम के सुरक्षित होने की खबर से राहत महसूस कर रही हूं. जेमिमा ने अपने ट्वीट में लिखा "इस तरह की खबरें डराती हैं. भगवान का शुक्र है कि वह ठीक हैं. उनके बेटों से लेकर भीड़ में मौजूद उस व्यक्ति का शुक्रिया जिसने बंदूकधारी का सामना किया. बता दें कि उस समय इमरान खान पर एक कथित हमला हुआ था.


इमरान खान और रेहम खान 


इमरान खान का रिश्ता दूसरी पत्नी रेहम खान के साथ कम समय तक चला. इस जोड़े ने अक्टूबर 2014 में शादी की और मुश्किल से एक साल बाद तलाक के लिए अर्जी दी. रेहम की बायोग्राफी से ये पता चलता है कि दोनों का रिश्ता एक अच्छे नोट पर खत्म नहीं हुआ. 


करीब 500 पन्नों की इस किताब में रेहम खान ने इमरान खान की 'प्राथमिकताओं' के बारे में विस्तार से लिखा है. रेहम ने 2018 में कहा था कि इमरान खान ने अपने नाजायज बच्चों के बारे में 'कबूलनामा' दिया है. इमरान के कबूलनामे के मुताबिक उन्होंने मुझे बताया कि उनके पांच बच्चे हैं, जिनमें भारतीय बच्चे भी शामिल हैं.


वह इमरान के बारे में लिखती हैं कि वह खुद को "पुरुष शरीर की जरूरतों" के हिसाब से ज्यादा तवज्जो देते हैं. 500 पन्नों की किताब में रेहम ने इमरान के यौन जीवन के बारे में बहुत कुछ लिखा है. 


रेहम खान अपनी किताब में लिखती हैं "इमरान के साथ उनकी शादी की शुरुआत में टायरियन व्हाइट का जिक्र हुआ था. बकौल रेहम पूरी दुनिया को ये पता है कि टायरियन व्हाइट इमरान खान की नाजायज औलादे हैं.  रहेम ने लिखा कि इसके बारे में बात करते हुए पूर्व क्रिकेट स्टार ने कहा, "आप जानती हैं कि मेरे ये बच्चे कोई एकलौते नहीं है ये कुल कुल पांच हैं.


रेहम का दावा है कि इन बच्चों की मांओं ने भी इसकी जानकारी दी है. इनमें से कुछ माएं भारतीय हैं. सबसे बड़ा अब 34 साल का है. 


रेहम ने इमरान खान पर लगाए बेवफाई के आरोप


पुस्तक का विमोचन 2018 में हुआ था, उस समय इमरान खान आम चुनाव लड़ रहे थे. रेहम ने इमरान पर बेवफाई के आरोप भी लगाए थे. रेहम ने ये दावा किया था कि इमरान की नजर बुशरा पर है. जबकि उनकी पत्नी मैं हूं. 


दोनों के बीच का झगड़ा यहीं खत्म नहीं हुआ. जनवरी 2022 में रेहम खान ने आरोप लगाया कि उन्हें अज्ञात लोगों ने घेर लिया और उनकी गाड़ी पर गोली चला दी. हमले को लेकर अपने पूर्व पति को निशाना बनाते हुए रेहम खान ने कहा कि इमरान खान के शासन में पाकिस्तान 'कायरों, ठगों और लालचियों' की भूमि बन गया है. 


महीनों बाद जब इमरान खान अविश्वास प्रस्ताव का सामना कर रहे थे, रेहम खान ने इंडिया टुडे के साथ एक साक्षात्कार में अपने पूर्व पति को फटकार लगाई थी जो केवल चापलूसी, प्रशंसा सुनना चाहता है.. 


रेहम ने ये कहा था कि इमरान के अंदर बहुत अहंकार है. उन्हें तालियों की गड़गड़ाहट पसंद है. वो भीड़ में सिर्फ अपना नाम सुनना चाहते हैं. रेहम ने ये भी कहा था कि इमरान भ्रम में जीते हैं, वो न तो अपनी आलोचना सुन सकते हैं और न ही किसी की सलाह.


बुशरा बीबी से शादी की वैधता पर सवाल


2018 में इमरान खान बुशरा बीबी के साथ शादी के बंधन में बंध गए. लगभग पांच दशकों तक सार्वजनिक हस्ती रहे इमरान खान के लिए दुर्भाग्य की बात है कि उनकी तीसरी शादी भी विवादों से बच नहीं सकी.


इमरान खान और बुशरा बीबी का निकाह कराने वाले मौलवी ने अदालत में गवाही दी कि यह समारोह बुशरा बीबी के इद्दत काल के दौरान किया गया था. इद्दत अवधि तीन महीने की एक अवधि है जिसे एक मुस्लिम महिला को अपने पति की मृत्यु या पहली शादी टूटने के बाद अकेले गुजारना होता है.  


मौलवी ने कहा कि पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और उनकी पत्नी को इसकी जानकारी थी. इसके बावजूद दोनों ने शादी कर ली. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि इमरान खान ने मौलवी को ये विश्वास दिलाया था कि बुशरा से शादी करने से वह प्रधानमंत्री बन जाएंगे. 


इमरान खान की शादी की वैधता पर अभी भी सवाल उठाया जा रहा था. पूर्व पाकिस्तानी प्रधानमंत्री को एक ऐसे मामले में गिरफ्तार किया गया है जिसमें उनकी तीसरी पत्नी के भी शामिल होने की बात कही जा रही है.


क्यों हुई इमरान खान की गिरफ्तारी 


पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने अल कादिर यूनिवर्सिटी प्रोजेक्ट के लिए 26 दिसंबर 2019 को अल कादिर ट्रस्ट पंजीकृत कराया था. इस ट्रस्ट के दो ही ट्रस्टी हैं. पहला इमरान खान और दूसरी उनकी पत्नी बुशरा बीबी.


पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट के सत्ता में आने के बाद बीते साल जून में इमरान खान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी के खिलाफ आरोप लगाते हुए कहा कि इमरान ने एक रियल एस्टेट कंपनी से 50 अरब रुपये की काले से सफेद बनाकर लाई गई रकम को कानूनी कर दिया. इसके बदले में अपने ट्रस्ट के लिए अरबों रुपये की जमीन दान में हासिल की.


ये भी आरोप लगाया गया कि इमरान के कार्यकाल में ब्रिटेन की नेशनल क्राइम एजेंसी ने मनी लांड्रिंग की एक जांच के बाद प्रॉपर्टी टाइकून मलिक रियाज की रकम को वापस किया था. इमरान खान ने इस रकम को 3 दिसंबर 2019 को कैबिनेट की बैठक के बाद प्रॉपर्टी टाइकून को ब्रिटेन से आया पैसा वापस करने की मंजूरी दे दी.


सरकार ने ये आरोप लगाया कि प्रापर्टी टाइकून ने अपने अपने कई गैर कानूनी मामलों को 'कवर' देने के लिए अल कादिर यूनिवर्सिटी ट्रस्ट की जमीन इमरान खान और उनकी पत्नी  बुशरा को दी थी.


पूरे मामले को नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरौ (नैब) ने इमरान खान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी के खिलाफ अल कादिर यूनिवर्सिटी ट्रस्ट के नाम पर प्रॉपर्टी टाइकून से सैकड़ों कनाल जमीन लेने से संबंधित पूछताछ को जांच में बदल दिया है.


नैब के अधिकारी कथित दुरुपयोग और ब्रिटेन से प्राप्त हुई 'अपराध से अर्जित रकम' की वसूली के आरोपों की जांच कर रहे थे. जब मामला जांच के स्तर पर आ जाता है तो अभियुक्त से पूछताछ की जाती है और जरूरत पड़ने पर उन्हें गिरफ्तार भी किया जा सकता है. इसलिए इमरान खान को गिरफ्तार किया गया है. 


बीबीसी में छपी खबर के मुताबिक इमरान खान के वकील बैरिस्टर गौहर बताया "जब उन्हें पता चला कि अल कादिर ट्रस्ट मामले में पूछताछ को जांच में बदल दिया गया है तो उन्होंने मंगलवार को इस्लामाबाद हाई कोर्ट में अर्जी दी थी.


इस अर्जी में नैब को इमरान ख़ान को गिरफ्तार करने पर रोक लगाने की मांग की गई थी. नैब अधिकारियों का कहना है कि इमरान खान को नोटिस दिया गया था जिसका संतोषजनक जवाब उन्होंने नहीं दिया. नतीजतन इमरान को गिरफ्तार करना पड़ा. 



इमरान खान पर एक महिला जज के अपमान का भी मामला है. अगस्त 2022 में इमरान खान के करीबी सहयोगी शहबाज को देशद्रोह के मामले में अरेस्ट किया गया था. इमरान खान ने शहबाज को प्रताड़ित किए जाने के आरोप लगाए थे. इमरान खान ने अपनी पार्टी के सहयोगी को हिरासत में लिए जाने और कथित तौर पर बदसलूकी किए जाने को लेकर इस्लामाबाद के पुलिस प्रमुख और एक महिला जज की निंदा की थी.