मिस्र की स्वेज़ नहर में शनिवार को लगातार पांचवें दिन एक बड़ा मालवाहक पोत फंसा रहा. वहीं अधिकारियों ने पोत को हटाने और अहम वैश्विक जलमार्ग को खोलने के लिए कई और कोशिशें करने की योजना बनाई है. एशिया और यूरोप के बीच माल लेकर जाने वाला, पनामा के ध्वज वाला ‘द एवर गिवन’ जहाज स्वेज़ शहर के समीप मंगलवार को नहर में फंस गया था, जिससे यातायात बाधित हो गया. यह जलमार्ग वैश्विक परिवहन के लिए अहम है.
‘एवर गिवन’ की तकनीकी प्रबंधक बर्नहार्ड शुल्त शिपमैनमेंट ने कहा कि शुक्रवार को नहर का रास्ता खुलवाने के प्रयास विफल रहे. उसने कहा कि पोत के अंदर से पानी बाहर निकालने और नौकाओं को बुलाकर पोत को हटना की कोशिशें की जा रही हैं. स्वेज़ नहर प्राधिकरण के एक अधिकारी ने बताया कि जब समुद्री लहरें (हाई टाइड) कम हो जाएंगी तो उसकी योजना शनिवार को दो प्रयास करने की हैं. बहरहाल, मिस्र के अधिकारियों ने स्थल पर मीडिया को प्रतिबंधित कर दिया है.
शोइ किसेन कंपनी ने शनिवार को एक बयान में कहा कि वे पोत पर से कंटेनर हटाने पर विचार कर रहे हैं ताकि जहाज़ हल्का हो सके लेकिन यह मुश्किल अभियान होगा. वहीं व्हाइट हाउस ने नहर खोलने के लिए मिस्र को मदद की पेशकश की है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने शुक्रवार को पत्रकारों से कहा, “ हमारे पास ऐसे उपकरण और क्षमताएं हैं जो अधिकतर देशों के पास नहीं हैं और हम देख रहे हैं कि हम क्या मदद कर सकते हैं और क्या मदद की जा सकती है.”
इस नहर से करीब 10 प्रतिशत व्यापार होता है. यह जलमार्ग तेल ले जाने के लिए अहम है. इसके जरिए मध्य एशिया से तेल और गैस की आपूर्ति यूरोप में की जाती है जो इसके बंद होने से प्रभावित हो सकती है.
ये भी पढ़ें: ‘स्वेज नहर’ में फंसे कार्गो जहाज के सभी 25 क्रू मेंबर हैं भारतीय नागरिक, कंपनी ने दी जानकारी