नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव की स्थिति लगातार बनी हुई है. यह स्थिति पहले की स्थिति से बिल्कुल अलग हैं क्योंकि पड़ोसी देश पाकिस्तान खुलकर परमाणु हमले की धमकी दे चुका है. जहां एक तरफ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान लगातार परमाणु हमले की गीदड़भभकी दे रहे हैं तो वहीं भारत की तरफ से भी कहा गया है कि अगर पाकिस्तान कोई दुस्साहस करता है तो उसे बख्शा नहीं जाएगा. दोनों देशों के बीच जारी तनाव के बीच अब एक रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें कहा गया है कि अगर भारत-पाकिस्तान के बीच परमाणु युद्ध होता है तो 10 करोड़ से अधिक लोग मारे जाएंगे. एक नए पर्यावरणीय अध्ययन में इस बात का पता चला है.


इस अध्यन को साइंस एडवांस में प्रकाशित किया गया है. अध्ययन रटगर्स विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एलन रोबॉक और अन्य वैज्ञानिकों द्वारा किया गया है. इस अध्यन में पता चला है कि इस तरह के परमाणु युद्ध से पृथ्वी तक पहुंचने वाली सूर्य की प्रकाश की मात्रा में काफी कमी आएगी. इस वजह से कम वर्षा होगी और वनस्पति विकास और महासागरीय उत्पादकता में भयावह गिरावट आएगी. इससे लाखों लोग मारे जाएंगे.


शोधकर्ताओं का कहना है कि भारत और पाकिस्तान के पास संयुक्त संख्या में 400-500 परमाणु हथियार हैं और अगर इनका उपयोग किया जाता है तो प्रभाव वैश्विक पर्यावरण के लिए विनाशकारी होगा. अध्ययन से पता चलता है कि दक्षिण एशिया पर परमाणु युद्ध का  प्रभाव तीन तरह से होगा.


पहला यह कि परमाणु विस्फोटों से प्रज्वलित आग से निकले वाला धुआं 16 से 36 मिलियन टन कालिख (जो काला कार्बन है) छोड़ सकती है. यह कालिख कुछ ही हफ्तों में दुनिया भर में फैल सकती है जिसका सेहत पर गंभीर परिणाम होंगे. दूसरा इसका बुरा परिणाम यह होगा कि जब ऊपरी वायुमंडल में यह कालिख भारी मात्रा में सोलर रेडिएशन को एब्सोर्ब कर लेगी तो इससे हवा में अधीक गर्मी आ जाएगी और हर तरफ धुआं फैल जाएगा. इसके परिणामस्वरूप पृथ्वी तक पहुंचने वाली धूप में 20 से 35 प्रतिशत की गिरावट होगी. इसके कारण परसात भी कम होगी.


तीसरा बड़ा खतरा यह होगा कि इस तरह कि स्थिति अगर बनती है तो कम बरसात की वजह से वनस्पति विकास और महासागर उत्पादकता पर गंभीर प्रभाव पड़ेगा. इसके अलावा अध्ययन में यह भी कहा गया है कि इस प्रभाव से उबरने में पृथ्वी को कम से कम 10 साल लग सकते हैं .




जम्मू-कश्मीर पर केंद्र की मोदी सरकार के ऐतिहासिक पैसले के बाद पाकिस्तान बौखलाया हुआ है. ऐसे में वह बार-बार परमाणू हमले की धमकी दे रहा है. इस वक्त विश्व के नौ देशों के पास परमाणु हथियार हैं लेकिन पाकिस्तान और भारत अपने शस्त्रागार को तेजी से बढ़ा रहे हैं. इन दो परमाणु-सशस्त्र राष्ट्रों के बीच कश्मीर को लेकर जारी तनाव के बीच परमाणु युद्ध के परिणामों को समझना महत्वपूर्ण है. अध्ययन में कहा गया है कि परमाणु युद्ध की संभावना में, यदि भारत और पाकिस्तान क्रमशः 100 और 150 रणनीतिक हथियारों का उपयोग करते हैं तो इससे लगभग 50 से 125 मिलियन लोगों की जान जाएगी. इसके अलावा भुखमरी से अतिरिक्त मौतें भी होंगी.

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