Sudan Civil War Update: गृहयुद्ध से जूझ रहे अफ्रीकी देश सूडान (Sudan) में भारत और अमेरिका समेत कई देशों के हजारों लोग फंसे थे. भारत (India) ने 'ऑपरेशन कावेरी' (Operation Kaveri) के तहत अपने लोगों को वहां से सुरक्षित निकाला. उसी तरह सऊदी अरब (Saudi Arabia) और पाकिस्तान (Pakistan) जैसे इस्लामिक मुल्कों ने भी अपने-अपने नागरिकों के लिए अभियान चलाए. पाकिस्तान जो खुद आर्थिक व राजनीतिक संकट में फंसा हुआ है, वहां की सरकार ने कहा है कि उन्होंने सूडान में फंसे सभी पाकिस्तानियों को बचा लिया है.


पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की ओर से यह दावा किया गया. मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "अफ्रीकी देश सूडान में एक हजार से अधिक पाकिस्तानी रह रहे थे. उन सभी लोगों को वहां से सुरक्षित निकाला गया है. इसके साथ ही सूडान में हमारा निकासी अभियान समाप्त हो गया है." मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सूडान से पाकिस्तानियों को निकालने में सऊदी अरब और चीन की अहम भूमिका रही. इन देशों ने अपने लोगों को भी सूडान से निकाला था, पाकिस्तानी सरकार के अनुरोध पर उन्होंने हिंसाग्रस्त इलाकों से पाकिस्तानी नागरिकों को भी वतन वापस लाने में मदद की.






'1,000 से अधिक पाकिस्तानियों को निकाला'
सऊदी अरब और चीन की तारीफ में पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की ओर कहा गया कि हम इन देशों को धन्यवाद देते हैं. मंत्रालय ने कहा, सऊदी अरब और चीन समर्थित प्रयासों से हमने सूडान से 1,000 से अधिक पाकिस्तानियों को सफलतापूर्वक बचाया और उनकी वतन वापसी कराई. अब हमारा बचाव अभियान पूरा हो गया है. पाकिस्तानियों को सूडान से लाने वाली टीमों की प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने सराहना की. शहबाज ने ट्वीट कर कहा, "वहां की मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए यह मिशन बेहद मुश्किल था, लेकिन हमारी टीमों ने कर दिखाया."




सूडान में हिंसा क्यों हो रही है? समझिए
हिंसा की आग में जल रहे सूडान में दो ताकतवर गुटों का टकराव हुआ है. वहां मिलिट्री और पैरामिलिट्री के बीच वर्चस्व की लड़ाई चल रही है. सबसे पहले 2019 में सूडान के तत्कालीन राष्ट्रपति ओमर अल-बशीर को सत्ता से हटाने के लिए लोगों ने प्रदर्शन किया था. बाद में सेना ने वहां के राष्ट्रपति को हटाकर तख्तापलट कर दिया था, और आर्मी जनरल ने देश की बागडोर अपने हाथों में ले ली. दूसरी ओर पैरामिलिट्री फोर्सेस के जनरल ने भी कई इलाकों को अपने नियंत्रण में ले लिया. इस तरह दोनों जनरलों में टकराव शुरू हो गया. इसका खामियाजा पूरे देश को भुगतना पड़ रहा है.


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