Sudan Crisis 2023: गृहयुद्ध से जूझ रहे अफ्रीकी देश सूडान (Sudan Civil War 2023) में हिंसा जारी है. हिंसा के कारण वहां से लाखों लोगों को भागना पड़ा. सैकड़ों लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा, जिनमें कई विदेशी नागरिक भी शामिल थे. मानवीय मामलों के समन्वय के लिए कार्यरत संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (OCHA) की ओर से इस बारे में जरूरी जानकारी दुनिया को दी गई है.


संयुक्त राष्ट्र के OCHA की रिपोर्ट के मुताबिक, अफ्रीकी देश में सूडानी सेना और रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (RSF) के बीच संघर्ष में कम से कम 676 लोग मारे गए हैं. OCHA ने कहा, "सूडान सशस्त्र बलों और RSF के बीच लगातार संघर्ष चला, उस संघर्ष के चलते खासकर खारतूम में और उसके आस-पास के इलाकों में कम से कम 676 लोग मारे गए और 5,576 घायल हुए.


बताया जाता है कि इस संकट के कारण वहां 15 अप्रैल के बाद से 9,36,000 से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं, इनमें लगभग 7,36,200 लोग आंतरिक रूप से विस्थापित हैं और लगभग 2 लाख लोगों ने पड़ोसी देशों में शरण ली है.




भुखमरी से जूझ रहे लाखों लोग


सूडान अफ्रीका के कुछ बड़े देशों में से एक है. यहां अप्रैल के मध्य में संघर्ष शुरू होने के बाद से, सूडान की राजधानी खार्तूम के निवासी भोजन की गंभीर कमी से जूझ रहे हैं. देश में भुखमरी और बेरोजगारी के कारण हाहाकार मचा हुआ है. बहुत-से लोगों से उनके घर-मकान छिन गए हैं.


संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, यह अंदाजा लगाया गया है कि लगभग 1.58 करोड़ सूडानी, या सूडान की लगभग एक-तिहाई आबादी को 2023 में मानवीय सहायता की आवश्यकता होगी. यह आंकड़ा और बढ़ने की भी संभावना है.


हजारों भारतीयों को निकाला गया


सूडान संकट का असर वहां रह रहे हजारों भारतीय मूल के लोगों पर भी पड़ा. भारतीयों को वहां से सुरक्षित निकालने के लिए भारत सरकार ने ऑपरेशन कावेरी लॉन्च किया था. इस आॅपरेशन के तहत भारतीय वायुसेना के विमानों ने लगभग 3 हजार लोगों की वापसी कराई. बताया जाता है कि सूडान में भारतीय समुदाय के लोग 150 साल से रह रहे थे.


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