Sudan Civil War WHO Alert: सूडान (Sudan) में पिछले 11 दिनों से घमासान गृह-युद्ध (civil war) छिड़ा हुआ है. इस दौरान 500 के करीब लोगों की मौत हो चुकी है और ये दिन-ब-दिन बढ़ता ही जा रहा हैं. इसी बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मंगलवार (25 अप्रैल) को बायोलॉजिकल खतरे की आशंका जताई है. उन्होंने कहा कि सूडान की राजधानी खार्तूम में लड़ने वालों में एक पक्ष ने खसरा और हैजा जैसी बीमारी को पैदा करने वाले खतरनाक वायरस वाले लैबोरेट्रीज को कब्जे में ले लिया है.


सूडान देश में WHO के प्रतिनिधि नीमा सईद आबिद ने वीडियो लिंक के माध्यम से जिनेवा में पत्रकारों से बात करते हुए खतरे के बारे में अवगत कराया. उन्होंने कहा कि लैबोरेट्रीज में रखे सामानों को सुरक्षित करने के लिए तकनीशियन राष्ट्रीय सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रयोगशाला तक पहुंचने में फेल हो गए हैं.


लैब तकनीशियनों के पास साधन मौजूद नहीं- नीमा सईद आबिद
नीमा सईद आबिद ने बताया कि ये एक चिंता की बात है. लैब तक जाने के लिए, सामानों  को सुरक्षित रूप से रखने के लिए लैब तकनीशियनों के पास कोई साधन मौजूद नहीं है. उन्होंने जानकारी दी कि उन्हें ये भी नहीं पता कि किस पक्ष ने लैबोरेट्रीज पर कब्जा जमा कर रखा हुआ है.


WHO के तरफ से जारी किए गए नए आंकड़ों के मुताबिक 15 अप्रैल को सूडानी सशस्त्र बलों और रैपिड सपोर्ट फोर्स (RSF) अर्धसैनिक बलों के बीच लड़ाई शुरू हुई है. इसमें अब तक 459 लोग मारे जा चुके हैं और 4 हजार 72 लोग घायल हो गए हैं. 


कई लोग अपने घरों में फंसे हुए हैं
सूडान में जारी लड़ाई ने हॉस्पिटल और दूसरे जरूरी सर्विसों को बेहाल कर दिया है. वहां के लोग खाने और पानी की कमी कि वजह से अपने घरों में फंसे हुए हैं. संयुक्त राष्ट्र मानवीय कार्यालय (OCHA) को भीषण लड़ाई के कारण सूडान के कुछ हिस्सों में अपनी कुछ गतिविधियों में कटौती करने के लिए मजबूर होना पड़ा है. इस लड़ाई में अब तक संयुक्त राष्ट्र ने दो कर्मचारियों को खो दिया है.


अफ्रीका के लिए रेड क्रॉस (ICRC) के क्षेत्रीय निदेशक की अंतर्राष्ट्रीय समिति पैट्रिक यूसुफ ने अन्य देशों से आग्रह किया कि विदेशियों को निकाले जाने के बाद भी लंबे समाधान खोजने के लिए सूडान पर दबाव जारी रखें.


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