Sudan War: सूडान में रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (RSF) और नियमित सेना के बीच चल रहे संघर्ष में अब कम से कम 270 लोगों के मारे जाने की खबर सामने आई है. वहीं 2600 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अधिकारियों के मुताबिक सूडान के मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ इमरजेंसी ऑपरेशंस सेंटर ने यह जानकारी दी है. बता दें कि सूडान में सत्ता को लेकर संघर्ष की लड़ाई जारी है और अब रैपिड सपोर्ट फोर्सेज और नियमित सेना ने एक दूसरे पर सीजफायर ब्रेक करने का आरोप लगाया है.


चार दिन पहले शुरू हुए युद्ध को संयुक्त राष्ट्र ने एक मानवीय संकट बताया है जो कि एक संघर्ष से उभरा है. संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक इसमें स्वास्थ्य प्रणाली का लगभग पूर्ण पतन भी शामिल है. संगठन के वैश्विक खाद्य कार्यक्रम ने अपने तीन कर्मचारियों के मारे जाने पर संचालन रोक दिया. संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टेफेन दुजारिक ने कहा कि उन्हें ऐसे कोई संकेत नहीं मिले कि जिससे यह लगा हो कि युद्ध रुक जाएगा. मंगलवार को खार्तूम में कई टेलीविजन समाचार चैनलों से लाइव फीड के दौरान भी गोलियों की आवाज सुनाई दी थी.


अमेरिकी विदेश मंत्री ने की थी दोनों पक्षों से अपील
प्रतिद्वंद्वी अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्सेज और नियमित सेना दोनों ने बयान जारी करते हुए एक-दूसरे पर सीजफायर ब्रेक का आरोप लगाया. अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने मंगलवार को जापान में कहा कि उन्होंने सेना प्रमुख जनरल अब्देल फत्ताह अल-बुरहान और आरएसएफ नेता जनरल मोहम्मद हमदान दगालो को बुलाकर सीजफायर ब्रेक रोकने की अपील की थी. अल जजीरा से बात करते हुए दोनों पक्षों ने युद्धविराम का समर्थन किया, लेकिन सेना के प्रवक्ता कर्नल खालिद अल-अकिदा ने आरएसएफ को मिलिशिया बताया और कहा कि वे किसी भी चीज का सम्मान नहीं करता है. वहीं आरएसएफ के कमांडर के सलाहकार मूसा खद्दाम ने कहा, 'खार्तूम के विभिन्न क्षेत्रों में तैनात हमारी सेना युद्धविराम के लिए प्रतिबद्ध है.'


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