(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
सूडान में बदल गया कानून, महिलाओं को मिली खतने से आजादी, गैर-मुस्लिमों को शराब पीने की इजाजत
इन नए कानूनों में गैर-मुस्लिमों को शराब पीने का अधिकार, इस्लाम त्यागने का अधिकार, महिलाओं को बिना पुरुष रिश्तेदारों के सफर करने का अधिकार भी अब मिल गए हैं.
नई दिल्ली: सूडान के कानून में सदियों बाद बदलाव हुआ है. सूडान में कट्टर इस्लामिक शासन अब खत्म हो चुका है. अप्रैल माह में महिलाओं के खतने को अपराध करार देने के बाद अब इसे कानून बना लिया गया है, इतना ही नहीं सरकार इसके साथ दूसरे नए कानून भी लाई है. अब गैर-मुस्लिमों को देश के अंदर निजी तौर पर शराब पीने की अनुमति भी मिलेगी.
इन नए कानूनों में गैर-मुस्लिमों को शराब पीने का अधिकार, इस्लाम त्यागने का अधिकार, महिलाओं को बिना पुरुष रिश्तेदारों के सफर करने का अधिकार भी अब मिल गए हैं. इस बारे में बताते हुए देश के न्याय मंत्री नसरुद्दीन अब्दुलबरी ने कहा कि ऐसे सभी कानून खत्म कर दिए गए हैं जिनसे मानवाधिकार का उल्लंघन होता है.
Sudan to allow drinking alcohol for non-Muslims, ban FGM https://t.co/FcluEFBS7x pic.twitter.com/g6JWELjbXD
— Reuters (@Reuters) July 12, 2020
यहां ये बता दें कि सूडान में महिलाओं के खतने की दर काफी ज्यादा दर्ज की जाती रही है. सूडान के पूर्व राष्ट्रपति जाफर निमीरी ने 1983 में इस्लामिक कानून लागू करने के बाद देश में शराब पर प्रतिबंध लगा दिया था. 30 साल सत्ता में रहने वाले उमर अल-बशीर को पिछले साल सरकार से बेदखल कर दिया गया था.
अब नए कानून में न सिर्फ महिलाओं के लिए अच्छा है बल्कि सूडान की लगभग 3 प्रतिशत गैर-मुस्लिम आबादी के लिए भी यह सुकद खबर है.