Suella Braverman: सुएला ब्रेवरमैन ने भारत के खिलाफ खोला था मोर्चा, अब वीजा पर ऋषि सुनक से हो सकता है टकराव
Suella Braverman: सुएला ब्रेवरमैन ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि सबसे बड़ी संख्या में भारतीय अपनी वीजा अवधि खत्म होने के बाद भी ब्रिटेन में रुके रहते हैं.
Suella Braverman: ब्रिटेन की सत्ता में भारतीय मूल के ऋषि सुनक (Rishi Sunak) बैठ चुके हैं, जिसके बाद से ही वहां रहने वाले तमाम भारतीयों को सुनक से कई तरह के उम्मीदें हैं. सबसे बड़ा मुद्दा फिलहाल वीजा से जुड़ा है, जिस पर भारत और ब्रिटेन लगातार बातचीत कर रहे हैं. इसी वीजा मुद्दे को लेकर भारतीय मूल की ब्रिटेन की गृहमंत्री सुएला ब्रेवरमैन ने भारत पर जमकर निशाना साधा था. जिसके बाद उन्हें कुछ अन्य कारणों से इस्तीफा देना पड़ा, लेकिन अब एक बार फिर सुएला की ऋषि सुनक कैबिनेट में वापसी हुई है. जिसके बाद अब उनके रुख को लेकर भारतीय समुदाय में काफी चर्चा है. ये भी माना जा रहा है कि इस मुद्दे को लेकर सुनक और सुएला के बीच टकराव देखा जा सकता है.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल ब्रिटेन में हुए पीएम पद के चुनाव में ऋषि सुनक को हार का सामना करना पड़ा था. जिसके बाद लिज ट्रस ने यूके की सत्ता संभाली, लेकिन उनके सत्ता में आते ही देश और ज्यादा आर्थिक संकट से घिर गया और लिज ट्रस को करीब 45 दिन में ही इस्तीफा देना पड़ा. लेकिन इस छोटे कार्यकाल के बीच लिज ट्रस कैबिनेट में गृहमंत्री सुएला ब्रेवरमैन का एक बयान चर्चा में रहा. जो उन्होंने भारतीयों को लेकर दिया था.
क्या था सुएला ब्रेवरमैन का बयान
सुएला ब्रेवरमैन ने कहा था कि भारत ‘माइग्रेशन और मोबिलिट साझेदारी’ (एमएमपी) में बेहतर काम नहीं कर रहा है. सुएला ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि सबसे बड़ी संख्या में भारतीय अपनी वीजा अवधि खत्म होने के बाद भी ब्रिटेन में रुके रहते हैं. इससे ब्रिटेन में भारतीयों की भीड़ बढ़ सकती है. उन्होंने कहा था कि भारतीयों के लिए देश की सीमा को खोलना ठीक नहीं है, मुझे नहीं लगता है कि लोगों ने इसके लिए ब्रेग्जिट के लिए वोट किया था. सुएला के इस बयान पर भारतीय उच्चायोग ने तब जवाब देते हुए कहा था कि हमें पिछले साल साइन किए गए एमएमपी के तहत ब्रिटिश सरकार की तरफ से किए गए कुछ वादों पर ‘ठोस प्रगति’ का इंतजार है.
ऋषि सुनक ने किया बचाव
भारतीय मूल की सुएला के इस बयान की खूब चर्चा हुई. हालांकि इसके कुछ ही दिनों बाद मंत्री संबंधी संहिता का उल्लंघन करने के चलते उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था. इसके कुछ दिनों बाद ही लिज ट्रस ने भी पीएम पद से इस्तीफा दे दिया. जब ऋषि सुनक सत्ता में आए तो उनके साथ सुएला ब्रेवरमैन की भी वापसी हो गई. हालांकि देश की राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने के आरोप उनका पीछा नहीं छोड़ रहे, उनके विरोधी इसे लेकर उनकी नियुक्ति पर सवाल खड़े कर रहे हैं और जांच की मांग हो रही है. वहीं पीएम ऋषि सुनक ने सुएला का बचाव करते हुए कहा कि उन्होंने माफी मांग ली है.
वीजा मामले पर हो सकता है टकराव?
अब भारत के साथ ‘माइग्रेशन और मोबिलिट साझेदारी’ (एमएमपी) के मामले को लेकर बतौर गृहमंत्री सुएला ब्रेवरमैन का रुख सभी के सामने है. ऐसे में सवाल ये उठता है कि क्या ऋषि सुनक उन्हें ऐसा करने देंगे? भारत के साथ बिजनेस वीजा को लेकर डील अब तक फाइनल नहीं हो पाई है, ऋषि सुनक के पीएम बनने से इस बात की उम्मीद जताई जा रही है कि इस मामले पर जल्द कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है.
अब सुएला ब्रेवरमैन का रुख प्रवासी भारतीयों के लिए काफी कड़ा रहा है, वो भारत-यूके ट्रेड एग्रीमेंट की खिलाफत कर चुकी हैं. ऐसे में पीएम ऋषि सुनक और उनके बीच इस मामले को लेकर टकराव के कयास लगाए जा रहे हैं. हालांकि एक तर्क ये भी है कि सुनक की वजह से ही सुएला वापसी कर पाई हैं और वो हर मोर्चे पर उनका बचाव कर रहे हैं. ऐसे में सुएला बिल्कुल नहीं चाहेगी कि वो किसी भी मुद्दे पर ऋषि सुनक से टकराएं.