नई दिल्ली: पाकिस्तान के अशांत प्रांत बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा में रविवार को हथियारों से लैस आतंकवादियों ने एक चर्च पर हमला किया.हमले में कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई और 44  लोग घायल हो गए. घायलों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं. आतंकवादियों ने जिस वक्त हमला किया, उस समय वहां रविवार की प्रार्थना चल रही थी. शहर के जारघोन मार्ग पर स्थित बेथेल मेमोरियल चर्च में यह हमला क्रिसमस से सिर्फ एक सप्ताह पहले हुआ है.


 दो आत्मघाती हमलावर शामिल थे


बलूचिस्तान के गृह मंत्री मीर सरफराज बुग्ती ने कहा कि इस हमले में कम से कम दो आत्मघाती हमलावर शामिल थे. उन्होंने कहा, ‘‘एक हमलावर को पुलिस ने भीषण मुठभेड़ में गेट पर ही मार गिराया. दूसरा हमलावर आत्मघाती जैकेट पहने चर्च के अंदर दाखिल हो गया और उसने खुद को उड़ा लिया.’’ उन्होंने कहा कि आतंकवादी हथियारों से लैस थे और ऐसा प्रतीत होता है कि वे चर्च में लोगों को बंधक बनाना चाहते थे. लेकिन सुरक्षा बलों ने उनके इरादे को नाकाम कर दिया.

एक बड़ी घटना को टाल दिया

बलूचिस्तान के आईजी मोजर्रम अंसारी ने कहा कि हमले के समय चर्च के अंदर करीब 400 लोग थे. अंसारी ने कहा कि चर्च की सुरक्षा में तैनात पुलिस ने समय से कार्रवाई करते हुए एक बड़ी घटना को टाल दिया. सिविल अस्पताल के डा वसीम बेग ने कहा कि आठ लोगों की मौत हो गयी और 44 लोग घायल हो गए. घायलों में से नौ की हालत गंभीर बनी हुई है. किसी संगठन ने अभी तक इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है लेकिन तालिबान आतंकवादी विगत में ईसाई सहित अल्पसंख्यकों को निशाना बनाते रहे हैं.


तीसरा हमलावर  की पुलिस तलाश कर रही है


इस बीच हमलावरों की संख्या को लेकर विरोधाभासी खबरें हैं. अंसारी ने कहा कि हमलावरों की संख्या तीन थी जिनमें से एक को पुलिस ने मार गिराया और दूसरे ने खुद को उड़ा लिया. तीसरा हमलावर वहां से भाग गया और पुलिस उसकी तलाश कर रही है. इसके पहले डीआईजी पुलिस अब्दुल रज्जाक चीमा ने कहा था कि हमले में दो और हमलावर शामिल थे लेकिन पुलिस द्वारा एक हमलावर को मार गिराए जाने के बाद वे वहां से भाग निकले.

हमले के बाद क्वेटा के सभी अस्पतालों में आपात स्थिति घोषित कर दी गई है. पाकिस्तान के गृहमंत्री अहसान इकबाल ने भी हमले की निंदा की है. यह हमला 2014 के पेशावर स्कूल हमले की तीसरी बरसी के एक दिन बाद हुआ है, जिसमें 150 लोगों की मौत हो गई थी. मृतकों में अधिकतर बच्चे थे.