Sunita Williams Return : नासा के अंतरिक्ष यात्री स्पेसएक्स के ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट से बुधवार (19 मार्च, 2025) की सुबह 3.30 पर फ्लोरिडा के तट के पास समंदर में स्प्लैशडाउन कर गए. ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट में सुनीता विलियम्स के साथ उनके साथी बुच विल्मोर, निक हेग और रूसी अंतरिक्ष यात्री अलेक्जेंडर गोर्बुनोव भी रहे, लेकिन क्या आप इन स्पेस यात्रियों के बारे में जानते हैं, आइये एक नजर इनपर भी डालते हैं. 


बुच विल्मोर 


बुच विल्मोर का पूरा नाम बैरी ई. विल्मोर है, जो अमेरिकी नेवी के रिटायर्ड कैप्टन भी हैं. टेनेसी के माउंट जूलियट के रहने वाले बुच ने टेनेसी टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी और टेनेसी यूनिवर्सिटी से डिग्री ली. बुच के पास दो स्पेस मिशन का एक्सपीरियंस भी है. वह एक्सपेडिशन 41 के फ्लाइट इंजीनियर थे. उन्होंने स्टेशन की कमान भी संभाली थी. वे 2015 के मार्च में धरती पर लौटे थे. 


खास बात ये है कि मिशन के दौरान उन्होंने चार बार स्पेसवॉक भी की थी. इस दौरान उन्होंने अंतरिक्ष में 167 दिन बिताए थे. इसके पहले साल 2009 में बुच एसटीएस-129 स्पेस शटल के पायलट भी रहे हैं और अब सुनीता विलियम्स के साथ वह 5 जून, 2024 को बोइंग के स्टारलाइनर पर सवाल होकर अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुंचे थे. 


कर्नल निक हेग


अमेरिकी वायुसेना एकेडमी से 1998 में एयरोस्पेस इंजीनियरिंग साइंस में डिग्री हासिल करने के बाद 2013 में नासा की ओर से निक हेग को अंतरिक्ष यात्री के रूप में सिलेक्ट किया गया था. निक हेग मूल रूप से कंकास के रहने वाले हैं. साल 2000 में उन्होंने मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से एयरोनॉटिकल और एयरोस्पेस इंजीनियरिंग साइंस में मास्टर्स किया. 


निक हेग ने साल 2015 के जुलाई में एस्ट्रोनॉट कैंडिडेट की ट्रेनिंग पूरी की. इसके बाद साल 2018 में अपने पहले मिशन - सोयुज एमएस-10 के दौरान उन्हें और उनके रूसी साथी अलेक्सी ओवचिनिन को तकनीकी समस्या का सामना करना पड़ा था, जिसके बाद मिशन के पूरी तरह से रद्द करना पड़ा था. इसके बाद साल 2019 में निक हेग सोयुज ने एमएस-12 लॉन्च होने के बाद एक्सपेडिशन 59 और 60 के दौरान 203 दिनों तक अंतरिक्ष स्टेशन पर फ्लाइट इंजीनियर के रूप में काम किया था. 


निक ने 2020 से 2022 तक अमेरिकी स्पेस फोर्स में भी काम किया और पेंटागॉन में टेस्ट और इवोल्यूशन के निदेशक के रूप में भी काम किया. 2022 में बोइंग स्टारलाइनर प्रोग्राम पर काम करने के लिए उनको वापस नासा आना पड़ा. इसके बाद 2024 के सितंबर को नासा के स्पेसएक्स क्रू-9 मिशन कमांडर बने और अलेक्जेंडर गोर्बुनोव के साथ सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की वापसी के लिए ISS पहुंचे.


अलेक्जेंडर गोर्बुनोव


रूस के कुर्स्क के झेलेज़नोगोर्स्क के रहने वाले रोस्कोस्मोस कॉस्मोनॉट अलेक्जेंडर गोर्बुनोव ने मॉस्को एविएशन इंस्टीट्यूट से इंजीनियरिंग से अपनी पढ़ाई पूरी की. कॉस्मोनॉट बनने से पहले वह 2018 में रॉकेट स्पेस कॉर्प में इंजीनियर के तौर पर काम कर रहे थे. उन्होंने ISS पर एक्सपेडिशन 71/72 के दौरान फ्लाइट इंजीनियर के तौर पर काम किया. क्रू-9 के लिए मिशन स्पेशलिस्ट के रूप में अलेक्जेंडर गोर्बुनोव की ये पहली यात्रा थी.


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