Sunita Williams Returns Live: 'गर्व का क्षण', सुनीता विलियम्स की वापसी पर जश्न का माहौल; PM मोदी बोले- वेलकम बैक क्रू-9!
Sunita Williams Returns Live: सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर 8 जून, 2024 को स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट से अंतरिक्ष में गए थे. उनका 8 दिन का मिशन था, लेकिन स्पेसक्राफ्ट में खराबी के बाद उनकी वापसी टल गई.
सुनीता विलियम्स की वापसी पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की ओर से मैं आपको बधाई और शुभकामनाएं देता हूं. उन्होंने लिखा,'धरती पर आपका फिर से स्वागत है, सुनीता विलियम्स! आपके मिशन के सुरक्षित समापन ने भारत के 140 करोड़ नागरिकों को राहत और उत्साह की भावना दी है. उन्हें आपकी उपलब्धियों पर गर्व है. भारत ने लगातार वैज्ञानिक सोच और खोज की भावना को बढ़ावा दिया है. मैं एस्ट्रोनॉट्स, स्पेस इंजीनियर और रिसर्चर्स के साथ इस जश्न में शामिल हूं, जो मानवता की सेवा में रात-दिन एक करते हैं.'
सुनीता विलियम्स की धरती पर सुरक्षित वापसी के लिए पीएम मोदी ने उन्हें बधाई देते हुए स्वागत किया. पीएम मोदी ने X पर लिखा, 'वेलकम बैक, क्रू9! धरती पर आपको खूब मिस किया गया. यह साहस, धैर्य और असीम मानवीय भावना की परीक्षा रही है. सुनीता विलियम्स और क्रू9 के अंतरिक्ष यात्रियों ने एक बार फिर हमें दिखाया कि सच्ची दृढ़ता क्या होती है. उनकी अटूट प्रतिबद्धता लाखों लोगों को हमेशा प्रेरित करती रहेगी.'
पीएम मोदी ने लिखा, 'अंतरिक्ष में खोज का मतलब है कि मानवीय क्षमता की सीमाओं को आगे बढ़ाना, सपने देखने का साहस करना और उन सपनों को हकीकत में बदलने का साहस रखना. सुनीता विलियम्स ने अपने पूरे करियर में इस भावना का उदाहरण दिया है. हमें उन सभी लोगों पर बहुत गर्व है जिन्होंने उनकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए कठिन मेहनत की. उन्होंने दिखाया है कि जब सटीकता जुनून से मिलती है और तकनीक दृढ़ता से मिलती है तो क्या होता है.'
केरल के सीएम पिनाराई विजयन ने सुनीता की वापसी पर कहा कि सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर ने आईएसएस पर 9 महीने बाद धरती पर सुरक्षित वापसी कर इतिहास रच दिया है. उनके अच्छे स्वास्थ्य और भविष्य के लिए काम करना करता हूं
भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ISRO के चेयरमैन वी नारायणन ने सुनीता विलियम्स की धरती पर वापसी को 'शानदार उपलब्धि' बताया. उन्होंने X पर लिखा, ' वेलकम बैक सुनीता विलियम्स! आईएसएस पर मिशन के बाद आपकी सुरक्षित वापसी एक उल्लेखनीय उपलब्धि है. यह NASA, SpaceX और USA की स्पेस रिसर्च के प्रति प्रतिद्धता का प्रमाण हैं!'
भारत राष्ट्र समिति के कार्यकारी अध्यक्ष केटीआर ने सुनीता विलियम्स की धरती पर वापसी को लेकर बधाई दी. केटीआर ने कहा कि नासा का स्पेस क्रू-9 मिशन स्पेस रिसर्च में इंटरनेशनल सहयोग का प्रमाण है. घर में आपका स्वागत है.
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने सुनीता विलियम्स की धरती पर वापसी पर कहा, 'वास्तव में ये सहनशक्ति और वैज्ञानिक प्रगति के उच्चतम बिंदुओं में से एक है. वेलकम बैक सुनीता विलियम्स.'
सुनीता विलियम्स की धरती पर सुरक्षित लैंडिंग पर सपा सांसद रामगोपाल यादव ने नासा और एलन मस्क की स्पेसएक्स टीम को बधाई. भारत सुनीता विलियम्स के बारे में चिंतित था, जोकि भारतीय मूल की हैं.
सुनीता विलियम्स की धरती पर सुरक्षित वापसी पर इसरो के पूर्व चीफ डॉ. जी माधवन नायर ने कहा, 'अंतरिक्ष समुदाय में हम सभी के लिए यह गर्व का क्षण है. यह करीब नौ महीने तक चले बचाव अभियान का सफलतापूर्वक समापन है.'
पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने सुनीता विलियम्स की वापसी पर वैज्ञानिकों को बधाई दी है. उन्होंने लिखा, 'मानव की बुद्धि और तंत्रज्ञान क्या कर सकता है, इसका यह उदाहरण है. 9 महीने पूरी दुनिया चिंतित थी, लेकिन मानवी प्रज्ञा जीती है. यह एक ऐतिहासिक क्षण है!'
सुनीता विलियम्स का कैप्सूल से निकलते हुए नासा ने वीडियो जारी किया है. स्पेसएक्स क्रू-9 से निकलते ही सुनीता विलियम्स ने हाथ हिलाया. हालांकि वह खुद अपने पैरों पर खड़ी नहीं हो पा रही थीं. इस दौरान 2-3 लोगों ने उन्हें हाथ पकड़कर स्ट्रैचर पर बैठाया.
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने सुनीता विलियम्स की वापसी को गौरव का क्षण बताया है. उन्होंने लिखा, 'पूरा विश्व भारत की बेटी की सुरक्षित वापसी का जश्न मनाने एक साथ आया है, जो अंतरिक्ष की अनिश्चितताओं को सहने करने के साहस, दृढ़ विश्वास और निरंतरता के लिए इतिहास में दर्ज हो गई है.'
सुनीता विलियम्स की वापसी पर गुजरात में रहने वाले उनके चचेरे भाई दिनेश रावल ने कहा, 'जब वह लौटीं तो हम खुशी से उछल पड़े. मैं बहुत खुश था. कल तक मेरे दिल में एक बेचैनी सी भावना थी. भगवान ने हमारी प्रार्थना सुनी और हमारी सुनी को सुरक्षित वापस ले आए. सुनीता कोई साधारण व्यक्ति नहीं हैं. वह दुनिया बदल देंगी.'
भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सुनीता विलियम्स और अन्य एस्ट्रोनॉट्स की धरती पर वापसी को लेकर खुशी जताई है. उन्होंने कहा कि भारत की बेटी ने अन्य अंतरिक्ष यात्रियों के साथ मिलकर स्पेस में मानव धीरज और दृढ़ता के इतिहास को फिर से लिखा है. सुनीता विलियम्स की अविश्वसनीय यात्रा, अटूट समर्पण, दृढ़ता और संघर्ष की भावना दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रेरित करेगी. उनकी सुरक्षित वापसी अंतरिक्ष प्रेमियों और पूरी दुनिया के लिए जश्न का क्षण है. उनकी हिम्मत और उपलब्धियां हम सभी को गौरवान्वित करती हैं. उन्हें धरती पर सुरक्षित वापस लाने के लिए सभी नासा, स्पेसएक्स को बधाई और बहुत-बहुत धन्यवाद.
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि 'प्रेसिडेंट बनने के बाद जब मैं ऑफिस में आया तो मैंने एलन मस्क से कहा कि हमें उन्हें (सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर) को वापस लाना होगा. बाइडेन ने उन्हें छोड़ दिया है. अब वे वापस आ गए हैं. जब वो बेहतर हो जाएंगे तो वे ओवल ऑफिस (राष्ट्रपति ऑफिस) में आएंगे.' व्हाइट हाउस ने कहा कि जो वादा किया, उसे निभाया. राष्ट्रपति ट्रंप ने 9 महीने से स्पेस में फंसे अंतरिक्ष यात्रियों को बचाने का वादा किया था. आज उनकी धरती पर सुरक्षित लैंडिंग हो गई है. एलन मस्क, स्पेसएक्स और नासा को धन्यवाद.
बैकग्राउंड
Sunita Williams Returns: अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा की एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर करीब नौ महीने बाद अंतरिक्ष से लौट आए हैं. SpaceX के ड्रैगन कैप्सूल के जरिए दोनों एस्ट्रोनॉट्स की फ्लोरिडा के समंदर में बुधवार (19 मार्च) की सुबह 3.27 बजे लैंडिंग हुई, जिसके बाद नासा और स्पेसएक्स की टीम ने उन्हें कैप्सूल से बाहर निकाला. आईएसएस से 17 घंटे का सफर करने के बाद भी सभी चारों एस्ट्रोनॉट्स के चेहरों पर मुस्कान थी.
नासा और स्पेसएक्स की टीम ने सुनीता विलियम्स को जैसे ही ड्रैगन कैप्सूल से बाहर निकाला, वैसे ही सीधे स्ट्रैचर पर बैठाया गया. ड्रैगन कैप्सूल से बाहर निकलकर सीधे स्ट्रैचर पर बैठने के दौरान उन्होंने नौ महीने बाद पहली बार पृथ्वी की ग्रैविटी महसूस की. इस दौरान देखा गया कि वह कुछ सेकंड के लिए अपने पैरों पर भी खड़ी हुईं. हालांकि लंबे समय तक ग्रैविटी में नहीं रहने की वजह से सुनीता विलियम्स संतुलन नहीं बना पा रही थीं, जिस वजह से उन्हें दो लोगों ने उठाकर स्ट्रैचर पर बैठाया.
सुनीता विलियम्स ने बनाया रिकॉर्ड
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने बताया कि स्पेस पर नौ महीने बिताने के दौरान सुनीता विलियम्स ने काफी रिसर्च और एक्सपेरिमेंट्स भी किए, जो अंतरिक्ष यात्रियों के लिए काफी लाभदायक होंगे. सुनीता विलियम्स पहली ऐसी महिला हैं, जिन्होंने इतने दिनों तक अंतरिक्ष में रहने का रिकॉर्ड बनाया है.
8 दिन का मिशन 286 दिन का हो गया
नासा के एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स और बैरी बुच विल्मोर 8 जून, 2024 को बोइंग के स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट के जरिए अंतरिक्ष में गए थे. नासा का ये 8 दिन का स्पेस मिशन था, लेकिन इस स्पेसक्राफ्ट में टेक्निकल खराबी के बाद दोनों की वापसी टल गई. इस बीच कई बार नासा ने उन्हें वापस लाने का प्रयास किया, लेकिन दोनों एस्ट्रोनॉट की वापसी नहीं हो सकी. आठ दिनों का ये मिशन 286 दिनों तक खिंच गया. आखिरकार नौ महीने बाद स्पेसएक्स के ड्रैगन कैप्सूल के जरिए दोनों को धरती पर वापस लाया गया.
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